Judge Kaise Bane:अच्छी पोजीशन और अच्छा पैसा कमाना हर किसी की ख्वाहिश होती है और इसके लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होती है। अच्छी पढ़ाई करके अच्छी नौकरी मिलती है और अच्छी नौकरी मिलने पर इंसान पैसा, रुतबा, शोहरत जैसी हर वो चीज हासिल कर लेता है जिसकी उसे जरूरत है। कोई डॉक्टर बनना चाहता है, कोई इंजीनियर तो कोई आईपीएस। लेकिन इसके अलावा भी कई सारे ऐसे कोर्स और जॉब होते हैं जहां पर पहुंचने के बाद व्यक्ति का तकरीबन हर वह सपना पूरा हो जाता है, जिसे पूरा करने के लिए वह दिन-रात मेहनत करता है। मगर आपको यह भी पता होना चाहिए कि आज के जमाने में एक अच्छी सी नौकरी पाना तो दूर एक साधारण जॉब हासिल करना भी काफी मुश्किल हो गया है। लेकिन कड़ी मेहनत, लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी नौकरी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे हासिल कर लेने के बाद न सिर्फ रुतबा बढ़ता है बल्कि पैसे भी मिलते हैं।
हम बात कर रहे हैं बेहद सम्मानित जज के नौकरी की। आज हम आपको बताएंगे कि एक जज बनने के लिए क्या करना चाहिए और इसके लिए कैसी तैयारी की जरूरत पड़ती है। सबसे पहले तो आपको यह बता दें कि हमारे देश में जज यानी कि न्यायाधीश का पद सबसे अहम होता है क्योंकि यह एक सम्मानित पद है और इस पद पर रहते हुए आपको बहुत ही ज़िम्मेदारी से कोई भी निर्णय लेना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जज द्वारा लिए गये गलत निर्णय के आधार पर निर्दोष व्यक्ति को दंड मिल सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश के उच्चतम न्यायालय में
मुख्य न्यायाधीश को मिलाकर कुल 26 न्यायाधीश होते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जज बनने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थी के लिए यह सबसे ज्यादा आवश्यक है कि वह बारहवीं की परीक्षा कम से कम 45 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण हो और इसके अलावा उसे किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त हो। जज बनने के इच्छुक लोगों के लिए हर वर्ष प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यदि आप उस परीक्षा में सफल हो जाते हैं तो आपको बैचलर ऑफ आर्ट्स में एलएलबी में प्रवेश मिल जायेगा। इस कोर्स की अवधि पांच वर्ष है औरआपको यह भी बता दें कि स्नातक की डिग्री न्यूनतम 45 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण करने के बाद ही आप एलएलबी के तीन वर्षीय कार्यक्रम में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। एलएलबी यानी कि लॉ की डिग्री प्राप्त करने के दौरान आपको कानून से संबंधित बहुत सारी जानकारी हासिल करनी होती है। जैसे संपत्ति कानून, संविधानिक कानून, ठेके, नागरिक प्रक्रिया, कानूनी लेखन, आदि के बारें में छात्र को विस्तार से बताया जाता है।
इसके अलावा आपको यह भी जान लेना बहुत ही आवश्यक है कि भारत का न्यायाधीश यानी कि जज बनने के लिए कुछ योग्यता का होना आवश्यक है। न्यायाधीश बनने के लिए किसी भी अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना आवश्यक है। जज बनने के लिए बेहद महत्वपूर्ण यह भी है कि उन्हें कानून के विषय में अच्छी समझ होनी चाहिए, तभी वह उन नियमों का सही से पालन करवा पाएगा। इसके अलावा न्यायाधीश बनने हेतु किसी भी अभ्यर्थी की आयु सीमा 62 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।अब सवाल आता है कि जज बनने के लिए आपको किस तरह की परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। तो इसके लिए बता दें कि इन पदों पर नियुक्ति हेतु आपको राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित "पीसीएस-जे" की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी को ही सरकारी स्तर पर जजों तथा अन्य लॉ सेवकों का वेतन, वेतन आयोग द्वारा निर्धारित किया जाता है। ठीक इसी प्रक्रिया से होकर सॉलीसिटर, पब्लिक डिफेंडर, अटार्नी जनरल, एडवोकेट जनरल और डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी जैसे प्रतिष्ठित पद प्राप्त किये जा सकते हैं। जज बनना कोई मामूली बात नहीं है लेकिन इंसान अगर मेहनत करे तो वह आसमान तक भी पहुंच सकता है। इसी सिलसिले में आपको एक बात और बता दें कि मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति देश के मुख्य न्यायाधीश और संबंधित राज्य के राज्यपाल की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। तो ये थी जज बनने की पूरी प्रक्रिया और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।
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