Budget Session President Ram Nath Kovind Address Parliament: आज से संसद का बजटकालीन सत्र शुरू हो गया है। इस अवसर पर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधित किया। अपने इस संबोधन में उन्होंने भारत की कई उपलब्धियां गिनाई और साथ विकास के कई लक्ष्यों को भी सबके सामने रखा। इस अवसर पर उन्होंने देश के स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद करते हुए कहा कि, मैं देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। आजादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का भी मैं श्रद्धा-पूर्वक स्मरण करता हूं।
छोटे किसानों का योगदान
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि देश में 80 फीसदी छोटे किसान ही हैं, जिनका देश के विकास में अहम योगदान है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं। जिससे कृषि क्षेत्र और सशक्त हुआ है।
महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल
राष्ट्रपति कोविंद ने महिलाओं के विवाह की न्यूनतम आयु बढ़ाने को लेकर कहा कि, बेटे-बेटी को समानता का दर्जा देते हुए इस सरकार ने महिलाओं के विवाह के लिए न्यूनतम आयु को 18 वर्ष से बढ़ाकर पुरुषों के समान 21 वर्ष किया है। इसके अलावा विभिन्न पुलिस बलों में महिला पुलिस-कर्मियों की संख्या में, 2014 के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा हो चुकी है। उन्होंने कहा, “सरकार ने तीन तलाक को कानूनन अपराध घोषित करने के साथ ही मुस्लिम महिलाओं पर केवल मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया है।”
कोविड के खिलाफ लड़ाई में दिखा दम
राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना वायरस से संघर्ष का ये तीसरा वर्ष है, इस दौरान भारत के सामर्थ्य का प्रमाण वैक्सीनेशन प्रोग्राम में नजर आया है। हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन डोज लगाने का रिकॉर्ड पार किया। आज हम पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज देने वाले अग्रणी देशों में से एक हैं।
आयुष्मान भारत हेल्थ मिशन बेहतर कदम
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “64 हजार करोड़ रुपए की लागत से शुरू किया गया प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इनफ्रास्ट्रक्चर मिशन एक अच्छा कदम है। इससे वर्तमान स्वास्थ्य संबंधी जरूरतें तो पूरी होंगी ही साथ ही आने वाले संकटों के लिए भी देश हमेशा तैयार रह सकेगा। इस सरकार की संवेदनशील नीतियों के कारण देश में अब 80 हजार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स और करोड़ों की संख्या में जारी आयुष्मान भारत कार्ड से गरीबों को इलाज में मदद मिल रही है।”
सबको मिले खाना
कोरोना काल में व्याप्त खाद्यान्न संकट पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कहा कि, कोरोना के इस महासंकट में हमने बड़े-बड़े देशों में खाद्यान्न की कमी और भूख की परेशानी देखी है, लेकिन हमारी सरकार ने इस बात का पूरा प्रयास किया कि संकट की इस घड़ी में कोई गरीब भूखा न रहे।
डिजिटल इकोनॉमी का बढ़ा प्रसार
राष्ट्रपति कोविंद ने डिजिटल इंडिया और डिजिटल इकॉनमी के बढ़ते प्रसार के संदर्भ में कहा कि देश के UPI प्लेटफॉर्म की सफलता के लिए मैं सरकार के विज़न की प्रशंसा करूंगा। दिसबंर 2021 में देश में 8 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा का लेन-देन UPI के माध्यम से हुआ है। आज भारत उन देशों में है जहां इंटरनेट और स्मार्ट फोन की कीमत सबसे कम है।
तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि “सरकार के निरंतर प्रयासों से भारत एक बार फिर विश्व की सर्वाधिक तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है। इस वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में 48 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आना, इसका प्रमाण है कि अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत के विकास को लेकर आश्वस्त हैं।
देश की सुरक्षा है सर्वोपरि
देश की सुरक्षा का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि, “हमारी सरकार की नीतियों की वजह से डिफेंस सेक्टर में, विशेषकर रक्षा उत्पादन में, देश की आत्म-निर्भरता लगातार बढ़ रही है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 83 एलसीए तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट के निर्माण के लिए करार किए गए हैं। सरकार ने ऑर्डिनेन्स फैक्ट्रियों को 7 डिफेंस PSU का रूप देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हमने अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अस्थिरता और नाजुक हालात को देखा है, भारत ने इन परिस्थितियों में मानवता को सर्वोपरि रखते हुए ऑपरेशन देवी शक्ति को संचालित किया। हमने हमारे कई नागरिकों और कई अफगान हिन्दू, सिख, अल्पसंख्यकों को काबुल से सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया।”
खादी का बढ़ा उपयोग
राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी की लड़ाई में बापू के नेतृत्व में देश की चेतना का प्रतीक रही खादी एक बार फिर लोगों को भा रही है। 2014 की तुलना में देश में खादी की बिक्री तीन गुना बढ़ी है।”