Kangana On The Kashmir Files: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत गाहे बगाहे बी टाउन के लोगों को अपने निशाने पर लेने का एक भी मौका नहीं चूकती हैं। इस बार उन्होंने न्यू रिलीज हुई फ़िल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर बॉलीवुड को जमकर खरी खोटी सुनाई है। उन्होंने फ़िल्म की सक्सेस के बारे में बात करते हुए कहा है कि इस फ़िल्म ने साबित किया है कि बॉलीवुड की मसाला फिल्मों से अलग फ़िल्म भी सक्सेस के नए मानदंडों को छू सकती है। साथ ही उन्होंने बॉलीवुड के कथित बुली गैंग को इस फ़िल्म की सक्सेस पर चुप्पी साधे रहने के लिए भी जमकर लताड़ा ।
सोशल मीडिया पर निकाली भड़ास
कंगना ने द कश्मीर फाइल्स की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि समीक्षकों और दर्शकों से मिली-जुली समीक्षाओं के बावजूद कोई भी बॉलीवुड स्टार फिल्म के बारे में बात नहीं कर रहा है। कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, ‘कृपया द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर फिल्म इंडस्ट्री का पिन ड्रॉप साइलेंस नोटिस करें। इस फिल्म का न सिर्फ कंटेंट बल्कि बिजनेस भी बहुत अच्छा है। इस फिल्म का इन्वेस्टमेंट और प्रॉफिट एक ऐसी केस स्टडी हो सकता है कि यह साल की सबसे सक्सेसफुल फिल्म साबित होगी।’
![Kangana On The Kashmir Files](https://hindi.rapidleaks.com/wp-content/uploads/2022/03/the-kashmir-files-580x1024.jpg)
चमचे सदमे में चले गए
इतना ही नहीं कंगना ने बॉलीवुड को बुली द वुड भी बताते हुए कहा, ‘इस फिल्म ने इस भ्रम को भी तोड़ा है कि दर्शक केवल बड़े बजट की मसाला फिल्मों या विजुअल इफेक्ट से जुड़ी फिल्में ही पसंद करते हैं। मल्टीप्लेक्स में सुबह 6:00 बजे के शो फुल हैं जो एक असाधारण बात है। फ़िल्म की इस सक्सेस को देखकर बुली द वुड और उनके चमचे सदमे में चले गए हैं। कोई कुछ कह नहीं रहा है। उनका टाइम अब खत्म हो गया है।’
एक बार फिर आलिया को लिया निशाने पर
इस फ़िल्म के बहाने कंगना ने एक बार फिर आलिया भट्ट की फ़िल्म गंगूबाई काठियावाड़ी पर भी कटाक्ष किया। कुछ खबरों के मुताबिक इस फ़िल्म के बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया था। कंगना ने बॉक्स ऑफिस नंबरों का खुलासा करते हुए ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के ट्वीट का एक स्क्रीनशॉट साझा किया और लिखा, “कोई सस्ता प्रचार नहीं, कोई नकली नंबर नहीं, कोई राष्ट्र विरोधी एजेंडा नहीं … देश बदलेगा तो फिल्में भी बदलेंगी, जय हिंद।“
द कश्मीर फाइल्स में अनुपम खेर, दर्शन कुमार, मिथुन चक्रवर्ती और पल्लवी जोशी हैं। पांच लाख से अधिक कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को सामने लाने वाली इस फ़िल्म को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। फ़िल्म 1990 में कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को दिखाती ह