Nepal Plane Crash Updates: नेपाल में कल एक दर्दनाक प्लेन क्रैश हुआ। ये क्रैश पोखरा इलाके में हुआ है। इसमें कुल 72 लोगों को अपनी जिंदगी गवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि प्लेन लैंड करने से केवल दस सेकंड पहले ही क्रैश हो गया। क्रैश की वजह अभी तक साफ नहीं हुई है लेकिन सामने आई जानकारी के अनुसार कुछ तकनीकी खराबी के कारण ये दर्दनाक हादसा हुआ है। एयरलाइन के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने कहा कि नेपाल की यति एयरलाइंस द्वारा संचालित दोहरे इंजन वाले एटीआर 72 विमान में 72 लोग सवार थे, जिनमें दो शिशु, चालक दल के चार सदस्य और 10 विदेशी नागरिक शामिल थे। यति एयरलाइंस ने 2 दशक से भी पहले उड़ान भरना शुरू किया था। ये केवल एटीआर विमानों का संचालन करती है। ये मार्च 2018 के बाद से सबसे घातक दुर्घटना है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, पोखरा दुर्घटना मार्च 2018 के बाद से नेपाल की सबसे घातक दुर्घटना है। 2018 में ढाका से एक यूएस-बांग्ला डैश 8 टर्बोप्रॉप उड़ान काठमांडू में उतरने पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें सवार 71 लोगों में से 51 की मौत हो गई थी।
भारत के पाँच नागरिकों की भी मौत
बताया जा रहा है कि इस प्लेन में पाँच भारतीय नागरिक भी सवार थे। यति एयरलाइंस के एक अधिकारी के अनुसार, पांच भारतीयों की पहचान अभिषेक कुशवाहा, विशाल शर्मा, अनिल कुमार राजभर, सोनू जायसवाल और संजय जायसवाल के रूप में हुई है। मारे गए पाँच भारतीयों में से चार उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले के निवासी थे। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि शर्मा जिले के बडेसर क्षेत्र के अलावलपुर चट्टी गांव के थे, जायसवाल के चक जैनब और अलावलपुर चट्टी में घर थे, लेकिन वर्तमान में सारनाथ में रह रहे थे। गाजीपुर के जिलाधिकारी अरयाका अखौरी ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया कि प्रशासन प्रभावित परिवारों तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा, “हमारे सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी उनसे मिल रहे हैं। हम दूतावास के भी संपर्क में हैं… शवों की बरामदगी के बाद हम जरूरी कदम उठाएंगे।” इस बीच, नेपाल सरकार ने यति एयरलाइंस विमान दुर्घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया। यह घोषणा प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ द्वारा दुर्घटना के बाद मंत्रिपरिषद की आपात बैठक बुलाए जाने के बाद हुई। एएनआई ने बताया कि विमान दुर्घटना के मद्देनजर सोमवार को एक दिन का राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया है।
भारत के बड़े राजनेताओं ने व्यक्त की संवेदनाएं
नेपाल के पोखरा में एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 68 लोगों की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह इस खबर से “बेहद व्यथित” हैं। बनर्जी ने एक ट्वीट में कहा, “मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।” रविवार को नेपाल के पोखरा में यति एयरलाइंस के विमान दुर्घटना में 68 लोगों की मौत के बाद, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा, “हमारी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं”। भारत में नेपाल के राजदूत शंकर पी शर्मा ने एएनआई को बताया, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। विमान में 5 भारतीय थे। एयरलाइंस द्वारा साझा की गई प्रेस विज्ञप्ति लेकिन विवरण अभी आना बाकी है”।
- दिल्ली में ऑटो, टैक्सी के किराए में हुई बढ़ोतरी, केजरीवाल सरकार ने जारी की नई अधिसूचना
- दिल्ली में एक्यूआई 440 पार, सरकार ने बीएस-3 पेट्रोल, बीएस-4 डीजल वाहनों पर लगाया प्रतिबंध
पोखरा हवाईअड्डे को चीनी सहायता से बनाया गया था
इस हवाईअड्डे का दो सप्ताह पहले उद्घाटन किया गया था। सामने आ रहा है कि इस एयरपोर्ट के निर्माण में चीन की बहुत बड़ी भागीदारी थी। इसका उद्घाटन दो सप्ताह पहले नेपाल के नव-नियुक्त प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ द्वारा किया गया था। प्राचीन अन्नपूर्णा पर्वत श्रृंखला की पृष्ठभूमि में निर्मित, हवाई अड्डे का आधिकारिक तौर पर 1 जनवरी, 2023 को उद्घाटन किया गया था। प्रमुख परियोजना चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) सहयोग का हिस्सा थी।