Jasprit Bumrah Biography: अपने सपनों को पूरा करने के लिए मन में सिर्फ उसको पूरा करने की चाहत और लगन होनी चाहिए, जिसके बाद कामयाबी आपके कदम जरूर चूमती है। कहते हैं ना कि किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात भी आपको उसे दिलाने में लग जाती है, ऐसा ही कुछ होता है सपनों के साथ भी। यदि कोई अपने सपनों को पूरा करने की ठान ले तो वह हर परेशानियों और अभावों को पार करके उसे पा ही लेता है।
आपको हमने इसके पहले कई ऐसे लोगों के बारे में बताया जिन्होंने अपनी जिंदगी अभावों में काटी लेकिन अपने मेहनत और काबिलियत के दम पर अपने सपनों को पूरा किया। आज की कहानी है टीम इंडिया के जाने-माने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की। जसप्रीत आज जिस मुकाम पर हैं वहां पर पहुंचने के लिए उन्हें कई परेशानियों और दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन ये उनकी मेहनत और जज्बा ही था कि वो आज टीम इंडिया के जाने-माने गेंदबाजों में से एक हैं।
डेथ ओवर स्पेशलिस्ट का मिला दर्जा
बता दें कि जसप्रीत बुमराह को डेथ ओवर स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है। आज जिस मुकाम पर बुमराह हैं वहां पर पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है और उनकी बीते दिनों के बारे में बताते हुए बुमराह की मां ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने अपने बीते हुए दिनों को याद किया।
बीते दिनों को याद करके हुए भावुक
जसप्रीत बुमराह और उनकी मां अपने अतीत को याद करके बहुत ज्यादा भावुक हो गए। जसप्रीत बुमराह की मां अपने बीते हुए दिनों को याद करके इतना ज्यादा खो गईं कि उनकी आंखो से आंसू निकल आए। जसप्रीत बुमराह और उनकी मां का यह वीडियो आईपीएल की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस ने अपने ऑफिशल टि्वटर हैंडल से शेयर किया है।
बुमराह की मां दलजीत बताती हैं कि मैं दिन में सोती हूं और बुमराह मुझे बहुत परेशान करता था, बुमराह बॉल फेंक-फेंक कर मुझे नींद से जगा देते थे। जब बुमराह 5 वर्ष के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई। इसके बाद उन्हें काफी ज्यादा आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ा। बुमराह ने बताया कि उस वक्त मेरे पास केवल एक ही जोड़ी जूते थे और सिर्फ एक टी-शर्ट थी और उसी एक टी-शर्ट को मैं रोज धोकर पहन लेता थ। बुमराह बताते हैं कि आज तक आपने ऐसी कई कहानियां सुनी होंगी कि आपको खेल-खेल में ही चुन लिया गया हो, पर मेरे साथ हकीकत में ऐसा हुआ है।
नीता अंबानी ने शेयर की बुमराह की कहानी
दरअसल, मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइजी की मालिक नीता अंबानी ने लंदन में होने वाली स्पोर्ट्स समिट में वर्ल्ड के नंबर वन टेस्ट बॉलर जसमीत बुमराह की कहानी शेयर की है। नीता अंबानी ने बताया कि बीते हुए 10 सालों में मुंबई इंडियंस ने कई यंग खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया है और बुमराह 2013 से इस टीम के लिए खेल रहे हैं। बुमराह की मां बताती हैं कि जब उन्होंने पहली बार आईपीएल मैच में बुमराह को टीवी पर खेलते हुए देखा तो उनकी आंखों से आंसू निकल आए थे। बुमराह की मां दलजीत के बताया कि जसप्रीत ने मुझे बचपन से ही आर्थिक और शारीरिक रूप से संघर्ष करते हुए देखा है। वहीं बुमराह ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि मुश्किल वक्त किसी भी इंसान को मजबूत बनाता है और यही हुआ उनके साथ।
“Talent can come from anywhere and reach the pinnacle of success.”
📹 Watch the transformational journey of @Jaspritbumrah93 from a rookie to a world-beater 🏆#OneFamily #CricketMeriJaan #LeaderInSport #LeadersWeek #NitaAmbani @ril_foundation pic.twitter.com/hFUqvQnHSv
— Mumbai Indians (@mipaltan) October 9, 2019
जूते खरीदने के पैसे नहीं थे
बुमराह की मां ने उनकी जिंदगी का एक किस्सा बताते हुए कहा कि एक बार वह नाइक स्टोर पर जूते खरीदने गए पर उनके पास जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। यह बताते हुए बुमराह की मां की आंखें नम हो गई और उन्होंने बताया कि जसप्रीत बहुत ही आशा भरी नजरों से जूते देख रहा था। उसने कहा कि एक दिन वह यह जूते जरूर खरीदेगा और आज का दिन है, जब उसके पास उस तरह के एक नहीं बल्कि बहुत से जूते हैं।