Paresh Rawal Biography In Hindi: कुछ कलाकार ऐसे होते हैं, जो अपने किरदार को इस कदर परदे पर जीवंत कर देते हैं कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। कई बार तो कोई किरदार दर्शकों को इतना ज्यादा पसंद आता है कि फिर वे उस कलाकार को उसी किरदार के नाम से बुलाने लगते हैं। हिन्दी सिनेमा जगत के ऐसे ही एक वरिष्ठ अभिनेता हैं परेश रावल, जिन्हें लोग उनके असली नाम के बजाय ‘बाबू भईया’ के नाम से ज्यादा जानते हैं। वजह उनके द्वारा फिल्म ‘हेरा फेरी’ और ‘फिर हेरा फेरी’ में निभाया गया उनका किरदार ‘बाबू राव’ उर्फ ‘बाबू भईया’।
फिल्म में परेश रावल ने अपने अभिनय से दर्शकों को इतना गुदगुदाया की लोग उनके इस किरदार के दीवाने से हो गए। फिल्म में केवल एक बनियान और धोती पहने चश्मा लगाए उनका लुक, उनके संवाद और उसे कहने का लहजा लोगों का दिल जीत ले गया। वैसे तो परेश रावल रंगमंच के मंझे हुए अभिनेता हैं और अपने जीवन में असंख्य किरदार निभाए हैं, लेकिन बाबू भईया के किरदार ने उन्हें एक अलग पहचान दी।
हालांकि परेश रावल को हम अक्सर उनकी हास्य भूमिकाओं के लिए ही याद करते हैं, लेकिन उन्होंने अनेक फिल्मों में अपने गंभीर अभिनय से भी दर्शकों को आश्चर्यचकित किया है और कई बार तो वे बड़े परदे पर इतने खौफनाक दिखे हैं कि लोगों ने अपने दांतों तले उंगली दबा ली।
कैसे आना हुआ मुंबई?(Paresh Rawal Biography In Hindi)
परेश रावल का जन्म 30 मई, 1950 को गुजरात के अहमदाबाद शहर में हुआ था। 22 साल की उम्र में उन्होंने सिविल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी कर मुंबई की ट्रेन पकड़ ली और यहाँ काम शुरू किया। एक्टिंग व कला के क्षेत्र में खास रुचि होने के कारण उन्होंने थिएटर करना शुरू किया। थिएटर में उनका काम देख लोगों ने उन्हें फिल्मों में करियर बनाने की सलाह दी, जिसके बाद परेश ने फिल्मों में काम के लिए हाथ-पैर मारना शुरू किया।
आखिरकर उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने सन 1984 में फिल्म ‘होली’ से सिनेमा जगत में अपना पहला कदम रखा। उसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई छोटी-बड़ी फिल्में की और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 90 के दशक में उन्होंने ज्यादातर विलेन और सपोर्टिंग एक्टर के ही रोल किए, लेकिन सन 2000 के बाद उन्होंने कॉमेडी रोल में अपना सिक्का जमाया और लोगों को अपनी अद्भुत कॉमेडी टाइमिंग से खूब हंसाया।
पर्सनल लाइफ(Paresh Rawal Personal Life Story In Hindi)
परेश रावल ने अभिनेत्री और 1979 में मिस इंडिया रहीं स्वरूप सम्पत से विवाह किया। परेश के दो बच्चे भी हैं – आदित्य और अनिरुद्ध। आदित्य रावल भी अभिनेता बनना चाहते हैं और वे 2020 में ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म ‘जी5’ पर आई फिल्म ‘बमफाड़’ से अपना डेब्यू कर चुके हैं।
नहीं मिला मेन रोल
कभी इंजीनियर बनने का सपना लिए मायानगरी का रुख करने वाले परेश रावल, आज बॉलीवुड के महान अभिनेताओं में शुमार हैं, जिनसे लाखों नौजवानों को एक्टर बनने की प्रेरणा मिलती है। हालांकि इतना प्रतिभावान होने के बावजूद उन्हें कभी मुख्य भूमिका अदा करने का मौका नहीं मिला और वे सह कलाकार व चरित्र कलाकार की भूमिका में ही सीमित रह गए। उन्होंने जहां एक तरफ ‘हेराफेरी’, ‘फिर हेराफेरी’, ‘गरम मसाला’, ‘मालामाल वीकली’, ‘चुप-चुप के’ और ‘वेलकम’ जैसी मसाला फिल्मों से हमें खूब गुदगुदाया, वहीं दूसरी तरफ ‘तमन्ना’, ‘वो छोकरी’, ‘सर’ और ‘राजा’ जैसी फिल्मों से उन्होंने अपनी फनकारी के कुछ और रूप दिखाए।
बड़े-बड़े पुरस्कारों से सम्मानित
सन 1994 में फिल्म ‘वो छोकरी’ और ‘सर’ के लिए परेश रावल को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा वे तीन बार फिल्मफेयर अवार्ड भी अपने नाम कर चुके हैं। पहला सन 1993 में फिल्म ‘सर’ के लिए, दूसरा सन 2000 में फिल्म ‘हेराफेरी’ के लिए और तीसरा सन 2002 में फिल्म ‘आवारा पागल दीवाना’ के लिए। सन 1995 में उन्होंने फिल्म ‘राजा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का स्टार स्क्रीन पुरस्कार भी आपने नाम किया था।
- बड़े पर्दे पर दिखेगी सौरव गांगुली की जिंदगी, ये निभा सकते हैं दादा का किरदार
- रिलीज हुआ ‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ का ट्रेलर, इन्होंने मचाई धूम
आने वाली फिल्में(Paresh Rawal Upcoming movies 2021)
परेश रावल की आने वाली फिल्मों में ‘तूफान’ और ‘हंगामा 2’ प्रमुख हैं, जो इसी महीने 16 जुलाई और 23 जुलाई को रिलीज होने वाली हैं। इसके अलावा वे फिल्म ‘शर्मा जी नमकीन’ में भी नजर आएंगे। इस रोल को पहले दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर करने वाले थे, लेकिन उनके आकस्मिक स्वर्गवास के बाद यह रोल परेश के पास चला गया।