The Kashmir Files Movie Review In Hindi: अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती के अभिनय से सजी फ़िल्म द कश्मीर फाइल्स रिलीज हो चुकी है। ये फिल्म 1990 में कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को दिखाती है। जिन्हें आतंकियों ने अपने ही घरों से भागने के लिए मजबूर कर किया दिया था। 30 साल बीत जाने के बाद भी कश्मीरी पंडित आज भी न्याय की बाट जोह रहे हैं। अब ये फिल्म उनकी पीड़ा को सामने लेकर आई है।
क्या है कहानी
दिल्ली में रहकर पढ़ाई करने वाला कृष्णा (दर्शन कुमार) अपने दादाजी पुष्कर नाथ पंडित (अनुपम खेर) की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए श्रीनगर आता है। यहां उसकी मुलाकात अपने दादाजी के चार दोस्तों से होती है। उनसे उसे कश्मीरी पंडितों के पलायन और नरसंहार की बात पता चलती है और फिर कहानी फ्लैश बैक में पहुंचती है यानी 1990 में। जहां कश्मीर की गलियों में आतंकी, कश्मीरी पंडितों को ढूंढ-ढूंढकर मारते हैं। इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार के साथ ही राज्य के अपंग प्रशासन को भी बखूबी दिखाया गया है।
एक्टिंग से लेकर डायरेक्शन तक रहा परफेक्ट
इस फ़िल्म में कश्मीरी पंडित की भूमिका निभा रहे अनुपम खेर ने कमाल की अदाकारी दिखाई है। मिथुन चक्रवर्ती ने भी शानदार काम किया है। डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने सालों तक इस कहानी पर रिसर्च कर इसे तैयार किया है। फ़िल्म में तीन किरदारों के जरिये उन्होंने कश्मीरी पंडितों की पीड़ा दिखाने की कोशिश की है। फिल्म यह भी बताती है कि वो सिर्फ एक पलायन नहीं बल्कि नरसंहार था। डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से लेकर कश्मीर के इतिहास और पौराणिक कथाओं पर भी बात की है। उन्होंने फिल्म में यह भी दिखाने की कोशिश की है कि किस तरह राजनीतिक कारणों से कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को सालों साल दबा कर रखा गया।
फिल्म में दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, प्रकाश बेलावड़ी, पुनीत इस्सर, अतुल श्रीवास्तव, चिन्मय मांडलेकर और भाषा सुंबली ने भी काफी अच्छा काम किया है।
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