World Mysterious Village: इस दुनिया में एक से बढ़कर एक रहस्य छुपे हुए हैं। धरती पर ऐसे बहुत से रहस्यमयी जगह मौजूद हैं, जिनकी जानकारी बहुत कम लोगों को है। आज की इस स्टोरी में हम आपको एक ऐसे ही अनोखे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं। इस गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां जो एक बार जाता है, वह दोबारा कभी लौटकर नहीं आता। इस रहस्यमयी गांव को ‘मुर्दों का शहर’(City Of The Dead) के नाम से भी जाना जाता है।
![World Mysterious Village](https://hindi.rapidleaks.com/wp-content/uploads/2021/01/World-Mysterious-Village.jpg)
रूस के उत्तरी ओसेटिया के दर्गाव्स(Dargavs) में यह गांव स्थित है। बेहद ही सुनसान इलाके में यह गांव बना हुआ है। डर की वजह से कोई भी यहां नहीं आता। यह गांव(Mysterious Village) उंचे-उंचे पहाड़ों के बीच बना हुआ है, जहां सफेद पत्थरों से बने करीब 99 तहखाना नुमा मकान मौजूद हैं। कहा जाता है कि इन तहखाना नुमा मकानों में यहां रहने वाले लोगों ने अपने ही परिजनों के शवों को दफन किया था। यहां कुछ तो चार मंजिला मकान भी देखने को मिलते हैं।
16वीं शताब्दी में हुआ था निर्माण
![Mysterious Village Dargavs Crypt](https://hindi.rapidleaks.com/wp-content/uploads/2021/01/Mysterious-Village-Dargavs-Crypt.jpg)
16वीं शताब्दी में इन कब्रों का निर्माण हुआ था। इसे एक विशाल कब्रिस्तान कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा। कहा जाता है कि यहां मौजूद हर एक इमारत का संबंध किसी न किसी परिवार से है। इन इमारतों में वहां रहने वाले लोगों को ही दफनाया गया है। आपको बता दें, इस जगह तक पहुंचना इतना आसान भी नहीं है। पहाड़ियों के बीच बसे दर्गाव्स गांव(Dargavs World Mysterious Village) तक पहुंचने के लिए तंग रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है, जिसमें तकरीबन 3 घंटे का समय आराम से लग जाता है।
नाव पर रखकर दफनाते थे शव
![Dargavs Mysterious Village City Of The Dead](https://hindi.rapidleaks.com/wp-content/uploads/2021/01/Dargavs-Mysterious-Village-City-Of-The-Dead-.jpg)
इतना ही नहीं, यहां का मौसम भी सफ़र में रुकावट पैदा करता है। अक्सर खराब मौसम की वजह से लोग यहां जाने से हिचकिचाते हैं। पुरातत्व विभाग वालों को यहां कब्रों के पास नावें बरामद हुई हैं। नाव को लेकर यहां के स्थानीय लोगों के बीच मान्यता रही है कि आत्मा नदी पार करके ही स्वर्ग तक पहुंच सकती है, इसलिए शवों को नाव पर रख कर ही दफनाते थे।
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साथ ही यहां पुरातत्वविदों को तहखाने के सामने एक कुआं भी मिला है, जिसे लेकर कहा जाता है कि परिजनों को दफनाने के बाद लोग इस कुएं में सिक्के फेंका करते थे। अगर सिक्का तल में मौजूद पत्थरों से टकरा जाता था तो वे मानते थे कि आत्मा स्वर्ग तक पहुंच गई है।