Coronavirus Bats: इस समय पूरा विश्व कोरोनावायरस की चपेट में आया हुआ है। जिसके कारण अब तक लाखों मौत हो चुकी हैं, और ना जाने कितनी और हो सकती हैं। ऐसे में विश्व भर के लिए आज भी कोरोनावायरस का जन्म एक रहस्य ही बना हुआ है। चीन द्वारा कहा गया है कि, कोरोनावायरस का जन्म चमगादड़ के कारण हुआ है। चीन द्वारा यह माना गया है कि, कोरोनावायरस चमगादड़ के कारण फैला है। परंतु बहुत से देशों के अनुसार यह चीन का एक जैविक हथियार माना जा रहा है। यदि भारतीय वैज्ञानिकों की बात करें तो, चीन के इस चमगादड़ से फैलने वाली थ्योरी को भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा नकार दिया गया है।
Coronavirus Bats – इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की रिपोर्ट
इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) यह बतलाया है कि, चमगादड़ में अगर कोरोनावायरस मौजूद है तो, यह इंसानों को प्रभावित नहीं कर सकता है। और संभवत ऐसा हजार साल में एक बार होने जैसा है।
आईसीएमआर के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर के अनुसार चमकादड़ में कोरोनावायरस का पाना एक दुर्लभ घटना है। वैज्ञानिक बोले की कोरोनावायरस चमकादड़ो में पाया जाता है। चीन में हुए शोध से यह पता चला है कि, कोरोनावायरस की उत्पत्ति का कारण चमकादड़ो में म्यूटेशन की वजह से संभव है कि, यह इंसानों में फैला। दूसरी ओर यह भी संभावना है कि, चमगादड़ उन्हें इस वायरस को पैंगोलीन में ट्रांसमिट कर दिया हो और जिसके कारण मानव भी संक्रमित हो गए।
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चमगादड़ में कोरोनावायरस का सत्य
आईसीएमआर के रिसर्च ने भारतीय चमगादड़ों की प्रजातियों पर काफी लंबे समय से रिसर्च किया है। यह देखने के लिए की चमगादड़ों में यह वायरस की उत्पत्ति है या नहीं। वैज्ञानिकों ने लंबे समय तक चमकादड़ो पर नजर रखी, रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने पाया कि, चमकादड़ो की दो प्रजातियों में कोरोनावायरस होता है। लेकिन यह मनुष्य को संक्रमित करने की क्षमता नहीं रखता। संभवत 1000 साल में एक बार ऐसा होता है कि, चमगादड़ यह वायरस मनुष्य में फैला सकती है।
किन राज्यो में पाए गए चमगादड़ में कोरोनावायरस?
आईसीएमआर द्वारा किए गए शोध से यह पता चला है कि, केरल हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी और तमिलनाडु में पाए जाने वाले चमगादड़ों में कोरोनावायरस मुख्यतः पाया गया है। यह बात अभी परिकल्पना है कि, चीन के वुहान में कोरोनावायरस की जड़ चमगादड़ है, यह अभी भी तराशा जा रहा है।