Electricity Consumption Reduced Due to Lockdown: कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण बिजली की मांग में भारी कमी आई है। देशभर में मई के महीने में पिछले साल के मुकाबले बिजली की खपत 14.16 प्रतिशत कम हुई है। 2019 के मई महीने में 120.02 अरब यूनिट बिजली की खपत हुई थी, तो वहीं इस साल मात्र 103.02 अरब यूनिट खपत हुई है। हालांकि, गर्मी की वजह से अप्रैल महीने की तुलना में मई में बिजली की खपत बढ़ी है।
मई महीने के आंकड़े से स्पष्ट है कि सरकार द्वारा दी गई आर्थिक गतिविधियों की मंजूरी और सूरज की तपिश के कारण बिजली की खपत बढ़ी है। वहीं बिजली मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल के माह में बिजली की खपत रिकॉर्ड 22.65 घटकर 85.16 अरब यूनिट रही। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, 2019 के अप्रैल माह में 110.11 अरब यूनिट खपत हुई थी। वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एहतियातन सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के कारण अप्रैल के माह में बिजली की वाणिज्यिक और औद्यागिक मांग काफी कम रही।
कुछ ऐसा रहा बिजली खपत का आंकड़ा
पिछले महीने यानी मई में 26 तारीख को 1,66,420 मेगावॉट की खपत हुई, जो सबसे अधिक थी। ये आंकड़े 2019 में कुछ अलग ही थे, 2019 के मई महीने में 1,82,550 मेगावॉट की अधिकतम मांग हुई थी। इसी तरह अप्रैल माह में नजर डालें, तो बिजली की अधिकतम मांग 1,32,770 मेगावॉट रही। जबकि 2019 के अप्रैल में 1,76,810 मेगावॉट की अधिकतम मांग हुई थी।
फिर बढ़ेगी बिजली की खपत
वाणिज्यिक और औद्योगिक मांग कम रही, साथ ही इस साल अप्रैल के माह में मौसम भी कुछ हद तक ठंडा था। आपको बता दें कि, माह के दूसरे पखवाड़े में भी इस साल तापमान 40 डिग्री के नीचे ही रहा। हालांकि, केंद्र सरकार की तरफ से 4 मई के बाद से आर्थिक गतिविधियों में छूट दी गई। इससे वाणिज्यिक और औद्योगिक मांगों में तेजी आई है। वहीं जानकारों का कहना है कि, 1 जून से देशव्यापी अनलॉक 1 के बाद देशभर में बिजली की खपत बढ़ेगी।