Facebook Instagram Hotspots Fake Luxury Goods: सोशल मीडिया के जहां अपने कई फायदे हैं वहीं उसके कई नुकसान भी हैं। खासकर इन प्लैटफॉर्म्स पर लोग धोखाधड़ी के शिकार बहुत आसानी से हो जाते हैं. फेसबुक के मालिकाना हक वाला मेटा प्लेटफॉर्म भी ऐसे ही प्रॉब्लम्स से जूझ रहा है। एक रिसर्च की मानें तो मेटा के प्लेटफॉर्म नकली लग्जरी सामानों के हॉटस्पॉट बन गए हैं।
डुप्लीकेट सामानों की है भरमार
एक प्राइवेट इन्वेस्टिगेशन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बेनेडिक्ट हैमिल्टन का कहना है कि फेसबुक(Facebook) और इंस्टाग्राम(Instagram) आज की डेट में ऐसे मार्केटप्लेस बन गए हैं जहां लोग नकली और डुप्लीकेट प्रोडक्ट्स की दुकान खोल कर बैठे हैं। आज से 10 साल पहले तक शॉपिंग साइट ईबे और पांच साल पहले तक एमेजॉन भी इसी समस्या से जूझ रही थी। मेटा प्लेटफॉर्म पर नजर आने वाले नकली ब्रैंड Gucci, Louis Vuitton, Fendi, Prada और Chanel जैसे ब्रैंड की नकल करते हैं।
घोस्ट डेटा की रिसर्च में हुआ खुलासा
ये रिपोर्ट सोशल मीडिया एनालिटिक्स फर्म घोस्ट डेटा के हवाले से दी गई है। घोस्ट डेटा इटली की एनालिटिक्स फर्म है. इसकी स्थापना साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट एंड्रिया स्ट्रोप्पा ने की है। एंड्रिया वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम की डेटा एनालिस्ट कंसलटेंट भी हैं। इस फर्म के पास जालसाजों और इस्लामिक स्टेट के सपोर्टरों द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे डिजिटल प्रोपोगेंडा का भी रिकॉर्ड है।
चीन से संचालित होते हैं ऐसे अकाउंट्स
जून से अक्टूबर-2021 के बीच की गई स्टडी के दौरान घोस्ट डेटा ने फेसबुक पर ऐसे 26,000 से ज्यादा फेक अकाउंट्स की पहचान की. इंस्टाग्राम पर इस दौरान ऐसे अकाउंट्स की संख्या 20,000 से भी ज्यादा थी। यह संख्या साल 2020 से ज्यादा, लेकिन 2019 से कम है. 2019 में ऐसे 56,000 अकाउंट्स की पहचान की गई थी. खास बात यह है कि 2021 में पाए गए लगभग 65% जालसाजी वाले अकाउंट्स चीन से संचालित हो रहे थे। वहीं रूस से ऐसे 14 फीसदी अकाउंट्स और तुर्की से 7.5 फीसदी अकाउंट संचालित हो रहे थे।
मेटा उठा रही है जरूरी कदम
मेटा ने अपने यूजर्स को अपने प्लैटफॉर्म से खरीदरी करने के नए फीचर्स दिए हैं. इससे कंपनी को भी काफी फायदा हुआ है। लेकिन नकली सामान बेचने वाले यूजर्स कंपनी की साख को कम करते हैं. मेटा के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि नकली सामान और धोखाधड़ी एक ऐसी समस्या है, जो नई तकनीक के साथ हमेशा बनी रहती है। लेकिन ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए हम लगातार खुद को बेहतर बना रहे हैं।