George Fernandes passed away भारतीय राजनीति में एक सक्रीय समाजवादी नेता और देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने मंगलवार दिल्ली में अंतिम सांस ली। पिछले कुछ दिनों से स्वाइन फ्लू से पीड़ित थे। 9 बार लोकसभा सांसद रहे जॉर्ज फर्नांडिस समता पार्टी के संस्थापक थे और केंद्र सरकार में उद्योग, रेल और रक्षा समेत विभिन्न मंत्रालयों का पद संभाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत कई बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया।
पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का 88 साल की उम्र में निधन, स्वाइन फ्लू से थे पीड़ित (George Fernandes passed away)
जॉर्ज फर्नांडिस का जन्म 3 जून, 1930 को एक ईसाई परिवार में हुआ था। मैंगलोर में पले बढ़े जॉर्ज को 16 साल की उम्र में क्रिश्चियन मिशनरी में पादरी बनने के लिए भेजा गया. लेकिन क्रांतिकारी स्वभाव वाले जॉर्ज का वहां के रीति रिवाजों से मोहभंग हो गया। जिसके बाद 1949 में वे रोजगार की तलाश में मुंबई चले गए। जॉर्ज फर्नांडिस 10 भाषाओं के जानकार थें, जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, मराठी, कन्नड़, उर्दू, तुलु, कोंकणी आदि भाषाएं शामिल हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में रक्षा मंत्री के तौर पर पोकरण परमाणु परीक्षण और ऑपरेशन पराक्रम में उनका अहम योगदान रहा।
मूंबई में जॉर्ज फर्नांडिस समाजवादी ट्रेड यूनियन मजदूर नेता के तौर पर भारतीय रेलवे में कई बड़े आंदोलन कराए। सोशलिस्ट पार्टी और ट्रेड यूनियन में सक्रीय रहने के चलते जॉर्ज की छवि प्रतिरोध के बड़े नेता के तौर पर बनती गई। साल 1967 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता एसके पाटिल को दक्षिण मुंबई से पराजित करने वाले जॉर्ज की छवि जायंट किलर के तौर पर बनी।
उन्होंने 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगाने का विरोध किया। 1977 में इंदिरा गांधी द्वारा चुनावों की घोषणा के साथ आपातकाल समाप्त हुआ। जॉर्ज फर्नांडिस ने जेल में रहते हुए बिहार के मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ा और रिकॉर्ड मत से जीते। मोरारजी देसाई के नेतृत्व में बनी जनता सरकार में जार्ज फर्नांडिस को उद्योग मंत्री के पद से नवाजा गया। उद्योग मंत्री के तौर पर जॉर्ज ने फेरा कानून के तहत कई विदेशी कंपनियों पर कार्रवाई करना शुरू किया। जिससे परेशान होकर दो बड़ी विदेशी कंपनिया कोका कोला और आईबीएम ने भारत में व्यवसाय बंद कर दिया।