देश में बढ़ती हुई वारदातों से देशवासी बहुत चिंतित हैं। यहां पर अपने ही देश में रहने वाले कुछ हैवान देश की बेटियों की बली अपनी हवस को पूरा करने के लिए चढ़ा देते हैं। ऐसा सदियों से होता आ रहा है लेकिन अब बेटियों के साथ दुष्कर्म करके उन्हें मारने की प्रक्रिया शुरु कर दी है और वो भी उन्हें बहुत बुरी तरह से आघात पहुंचाया जाता है। ऐसी ही बरबता 27 नवंबर को तेलंगाना के हैदराबाद में हुआ जब एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप करके उसे जलाकर मार दिया गया। इस घटना के कुछ ही दिनों बाद हैदराबाद पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। अब ये कैसे और कब हुआ चलिए आपको बताते हैं पूरी वारदात।
हैदराबाद गैंगरेप आरोपियों का हुआ एनकाउंटर
हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार दिया है। ये एनकाउंटर नेशनल हाइवे-44 के पास गुरुवार देर रात हुआ। पुलिस आरोपियों को एनएच-44 पर क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई और पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों ने मौके से भागने की कोशिश की फिर पुलिस ने खुद को बचाने के लिए चारों आरोपियों को मार गिराया। 27 नवंबर की रात 9 बजे के करीब महिला टोल प्लाजा में खड़ी अपनी स्कूटी लेने आई और चारों आरोपी पहले से ही उस महिला पर ताक बनाए थे क्योंकि वो हर रोज टोल प्लाजा में स्कूटी खड़ी करके कैब करके हॉस्पिटल जाती थी। उन्होंने उसकी स्कूटी पंचर कर दी और फिर उसकी मदद के लिए उसके पास आए। दुकान बंद का बहाना करके स्कूटी ठीक कराने के बहाने थोड़ी दूर लेकर गए और अपहरण कर लिया। फिर उन्होंने हैवानियक की वारदात को अंजाम दिया और उसे जलाकर हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंडरपास में फेंक दिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना 28 नवंबर की सुबह दी जब पास से गुजर रहे लोगों ने वो लाश देखी। 29 नवंबर को हैदराबाद पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया और उनके खिलाफ केस शुरु हुआ।
चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और उन्हे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। जिसके बाद हैदराबाद पुलिस ने हिरासत की मांग की तो आरोपियों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया और पुलिस आरोपियों को सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई। इस दौरान पुलिस मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए। इस एनकाउंटर के बाद मृत पीड़िता के पिता ने कहा, मेरी बेटी की मौत के 10 दिन बाद ही आरोपियों को मारा गया। मैं तेलंगाना सरकार, पुलिस और मेरे साथ खड़े लोगों को बधाई देता हूं। मेरी बच्ची के साथ इंसाफ हुआ, अब उसकी आत्मा को शांति मिल गई।’
पिता ने की थी फांसी की मांग
महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के बाद देशभर में एक बार फिर गुस्सा उबाल पर था। सभी ने आरोपियों के लिए फांसी की मांग की थी। महिला डॉक्टर के पिता ने इस बारे मे कहा था कि दोषियों को जितनी जल्दी संभव हो, सजा दी जाए। कई कानून बनाए गए हैं लेकिन उनका पालन नहीं हो पा रहा है। उन्होंने निर्भया केस के दोषियों को अब तक फांसी नहीं दी है और इसलिए उन्हें जल्द से जल्द सजा देने का प्रावधान किया है। पीड़िता के पिता ने कहा था कि अपराध करने वालों की उम्र बहुत ही कम है लेकिन उन्होंने काम इंसानियत को शर्मसार करने वाला किया है। वे अपराधी हैं और उन्हें जल्द से जल्द सजा मिले। इसी पर पीड़िता की मां ने कहा था कि बेटी को जिस तरह से जलाया है उसी तरह से अपराधियों को भी जलाया जाए। मगर अब उन आरोपियों को सजा मिल गई है फिर अब कोई भी अपनी सियासी रोटियां सेके। इससे मतलब नहीं है बस ऐसा काम करके हेदराबाद पुलिस की पूरे देश में वाहवाही हो रही है।