Covid-19: पूरे देश में लगभग पैर पसार चुका है यह ना सिर्फ कुछ लोगों की बल्कि लाखों लोगों की जान ले चुका है ऐसे में वे लोग जो अपने निष्ठा भाव से मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं उन पर घातक हमले लगातार हो रहे हैं। जिसको देखते हुए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार ने केंद्रीय अध्यक्ष की हुई बुधवार की बैठक में यह फैसला लिया कि यदि कोई भी स्वास्थ्य कर्मियों पर घातक हमला करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फैसले के तहत हमलावर को 3 महीने से लेकर 7 साल की सजा दी जा सकती है एवं उसे जुर्माना भी भुगतना पड़ सकता है यह फैसला केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा बतलाया गया।
Covid-19 – स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला किया तो भुगतनी पड़ेगी सज़ा
केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने देश के सभी लोगों को चेतावनी देते हुए यह कह दिया है कि यदि किसी ने भी डॉक्टर्स पर हमला किया या उसकी जानकारी सामने आई तो उसके लिए अध्यादेश लाया गया है. अध्यादेश के तहत हमला करने वाले लोगों को जमानत नहीं दी जाएगी और 30 दिन के अंदर जांच पूरी करते ही 1 साल में फैसला भी सुना दिया जाएगा.
साथ ही ऐसा घिनौना काम करने वाले लोगों को 3 महीने से 5 साल तक की जेल भी हो सकती है. ज्यादा गंभीर मामलों मैं 6 महीने से 7 साल तक की सजा का प्रावधान रखा गया है. इसके अलावा उनसे जुर्माना भी वसूला जाएगा जिसकी कीमत 50 हजार से लेकर 2 लाख तक होगी.
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प्रकाश जावड़ेकर ने दी मौजूदा अस्पताल की हालात की जानकारी
प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि देश में इतनी शीघ्रता से काम हो रहा है कि Covid-19 के 723 अस्पताल देश में मौजूद हैं जिसमें लगभग 2 लाख बेड पूरी तरह से तैयार है। 2 लाख बेड में 24 हज़ार आईसीयू बेड के साथ-साथ 12,190 वेंटिलेटर भी मौजूद है। जबकि n95 मास्क की भी कोई कमी नहीं है 2.5 करोड़ से भी ज्यादा मास्क फिलहाल देश में मौजूद हैं। साथ ही 2.5 करोड़ मास्क बनाने का ऑर्डर भी दिया जा चुका है।
केंद्रीय सरकार ने सरकार की ओर से फ़र्टिलाइज़र को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी को बढ़ा दिया है इससे बढ़ाकर 22 हज़ार करोड़ से अधिक की राशि का कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री ने बताया कि अब प्रत्येक सोमवार मंगलवार गुरुवार और शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी रहेगी।
साथ ही प्रत्येक बुधवार को कैबिनेट की ब्रीफिंग का काम किया जाएगा और शनिवार और रविवार को प्रेस जारी की जाएगी। लगातार प्रधानमंत्री देश में हो रही कोविड-19 की परिस्थितियों का जायजा लेते रहते हैं और अपने मंत्रियों के साथ लगातार उन पर चर्चा भी करते रहते हैं। बता दे कि अब तक भारत देश में 20,000 से भी ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिसमें से 646 लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं।