Pakistan continues to levy $20 on pilgrims using Kartarpur Corridor: अबतक भारत के लगभग 130,000 तीर्थयात्रियों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने के लिए 2019 में खोले गए करतारपुर कॉरिडोर(Kartarpur Corridor) का इस्तेमाल किया है। आपको बता दे कि गुरुद्वारा दरबार साहिब सिख समुदाय का बड़ा तीर्थ स्थल हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने राज्यसभा को बताया कि भारत ने पाकिस्तान से करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग करने वाले तीर्थयात्रियों पर 20 डॉलर शुल्क लगाने से मना किया हैं, लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान आज भी उनसे शुल्क ले रहा हैं। ये बात विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने गुरुवार को कहा।
अपनी बात से मुकरा पाकिस्तान
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, मुरलीधरन ने कहा कि लगभग 130,000 तीर्थयात्रियों ने 2019 में इसके खुलने के बाद गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने के लिए करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग किया है। भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश इस बात पर उस समय राज़ी हो गए थे की पंजाब प्रांत में बने गुरुद्वारे में तीर्थयात्रियों को वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति होगी। तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने की सुविधा के लिए भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच समझौते पर 24 अक्टूबर, 2019 को हस्ताक्षर किए गए थे। यह भारतीय नागरिकों और भारत के प्रवासी नागरिकों (OCI) की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने के लिए किया गया था। लेकिन बाद में पाकिस्तान अपने वादे से मुकर गया और तीर्थयात्रियों से बीस डॉलर प्रति व्यक्ति वसूलने लगा। यह वह पावन स्थान हैं जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के आखिरी साल बिताए थे। आपको बता दे कि करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास 9 नवंबर 2019 को किया गया था।
- क्या हैं CBDC? जानें CBDC के विषय में हर ज़रूरी बात केवल इस एक आर्टिकल में
- भारत के प्रथम निजी रॉकेट विक्रम का उड़ान हुआ कामयाब, नए इतिहास का की हुई शुरुआत