Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2019: आज भी कई ग्रामीण इलाके ऐसे हैं जहां खाना पकाने के लिए परंपरागत रूप से लकड़ी व गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जाता है। इससे निकलने वाला धुआं केवल आंखों में जलन ही नहीं करता बल्कि स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है। लेकिन इस समस्या से निज़ात दिलाने के लिए भारत सरकार वे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) की शुरूआत 1 मई, 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया से की। इस योजना के तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस (एलपीजी/LPG गैस) का कनेक्शन उपलब्ध कराती है। अब तक इस योजना से हज़ारों परिवारों को फायदा पहुंच चुका है। ये प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) केंद्र सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है।
महिलाओं को मिला है प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का सबसे ज्यादा लाभ [PMUY Form]
इस योजना से जो सबसे ज्यादा लाभान्वित हुआ है वो है भारत की महिलाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को इस योजना से सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग खाना बनाने के लिए इसी पारंपरिक तरीके का इस्तेमाल करते हैं। इसका नतीजा ये रहा कि ये महिलाएं सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित होने लगीं। लेकिन 2016 में आई इस योजना ने महिलाओं को काफी राहत दी है।
कैसे उठाएं PMUY यानि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का फायदा?
(How to get Benefits of Pradhanmantri Ujjwala yojana)
ग्रामीण इलाके में खाना पकाने के लिए परंपरागत रूप से लकड़ी और गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जाता है। इससे निकलने वाले धुएं का खराब असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है। ग्रामीण इलाके में खाना पकाने के लिए परंपरागत रूप से लकड़ी और गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जाता है इससे निकलने वाले धुएं का खराब असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है। लिहाज़ा आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। कैसे इस स्कीम के लिए आप खुद को रजिस्टर्ड कर सकते हैंं वो भी जानिए। इस स्कीम का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना पड़ता है। बीपीएल (BPL) परिवार से संबंध रखने वाली कोई भी वयस्क महिला एलपीजी का फ्री गैस कनेक्शन हासिल कर सकती है। बशर्ते महिला के पास अपना पता, जनधन बैंक अकाउंट और परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड होना चाहिए। इन सभी शर्तों को पूरा करने पर महिला को इस योजना का लाभ मिल सकता है।