Rakesh Tikait On Bharat Bandh: पिछले 10 महीनो से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसानो का विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी किसान केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश के जरिये पास किये गए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे है।
किसानो द्वारा कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का ऐलान किया गया, जिससे हाईवे पर लम्बा जाम देखने को मिला, रेलवे ट्रैक पर किसानो के बैठने से संचालन में दिक्कत आयी, इसके आलावा मेट्रो के संचालन ने भी दिक्कतें आयी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत तीनो कृषि कानूनों की वापसी को लेकर सरकार को दो टूक जवाब देते हुए कहा “चाहे 10 साल लग जाये लेकिन हम अपनी मांगों से पीछे हटने वाले नहीं है। सड़क जाम होने से जनता को हो रही परेशानी को लेकर राकेश टिकैत ने स्पष्ट किया की जनता को परेशानी तो हो रही है, लेकिन उसे आज छुट्टी के तौर पर देखना चाहिए।
किसान नेता राकेश टिकैत(Rakesh Tikait On Bharat Bandh) ने आगे बताया की कृषि मंत्री बार-बार कह रहे है की किसान बातचीत के लिए आये, लेकिन सरकार हमें जगह और समय तो बताये कहाँ बातचीत के लिए आना है। हम बिना शर्त बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
आपको बता दें भारत बंद के तहत किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे(Delhi-Meerut Expressway jam) जाम कर दिया है। कृषि कानूनों का विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली यूपी के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर को भी बंद कर दिया है। इसके अलावा ग़ज़िआबाद पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर ऐडवाईजरी जारी कर दी है। कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक भी जाम होने की ख़बरें आ रही है। जिससे रेलवे के संचालन में दिक़्कतें आ रही है।
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गौरतलब है की सरकार और किसानो के बीच कई राउंड की बातचीत भी चुकी है, लेकिन हर बार बातचीत विफल साबित हो जाती है। सरकार ने किसानो के समक्ष तीनों कानूनों को डेढ़ साल निलंबित रखने का प्रस्ताव भी रखा थे लेकिन किसानो ने इसे सिरे से नकार दिया। इतने महीने बीतने के बावजूद सरकार अभी इसका कोई ठोस समाधान नहीं निकाल पायी है।