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Lunar Loo Challenge: अंतरिक्ष एजेंसी नासा आए दिन किसी ना किसी वजह से चर्चा में जरूर रहता है। कभी किसी मिशन के लिए तो कभी किसी ख़ास यान के लिए। लेकिन इस बार नासा जिस वजह से सुर्ख़ियों में है, वो वजह काफी अलग है। नासा ने दुनिया भर के लोगों के लिए एक चैलेंज की घोषणा की है। इस चैलेंज को पूरा करने वाले व्यक्ति को इनाम के तौर पर नासा लाखों का इनाम देने वाला है। इस विशेष चैलेंज का नाम “लूनर लू” रखा गया है। आइये आपको इस चैलेंज के बारे में विस्तार से बताते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, असल में “लूनर लू” चैलेंज चाँद और अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स के लिए एक ख़ास टॉयलेट का निर्माण करना है। इस चैलेंज के तीन लेवल होंगें जिसमें प्रतिभागियों का चयन फर्स्ट, सेकंड और थर्ड तीन स्तर पर किया जाएगा। बता दें कि, इन तीनों स्तरों की विजय राशि एक दूसरे से अलग है। जब भी एस्ट्रोनॉट्स चाँद पर या अंतरिक्ष में जाते हैं तो उन्हें आधुनिक टॉयलेट की जरूरत पड़ती है। नासा के अनुसार लूनर लू का डिज़ाइन बेहद आधुनिक, इसका भार हल्का और इसके रीसाइक्लिंग का भी ऑप्शन होना चाहिए। इन सभी शर्तों के साथ जो भी इस चैलेंज को पूरा करेगा उसे लाखों रूपये का इनाम मिलेगा। बता दें कि, फर्स्ट प्राइज जीतने वाले को 15 लाख, सेकंड प्राइज वाले को करीबन सात लाख और थर्ड प्राइज विनर को चार लाख तक की इनाम राशि दी जाएगी। जानकारी हो कि, सभी प्रतिभागी अपने डिज़ाइन नासा को 17 अगस्त तक भेज सकते हैं। जब पहला स्पेस यान अपोलो भेजा गया था तभी से अंतरिक्ष यात्रियों को टॉयलेट की समस्या थी।
सूत्रों की माने तो नासा ने इस चैलेंज का आयोजन विशेष रूप से 2024 के मून मिशन को ध्यान में रखते हुए किया है। चूँकि इस मिशन में एक महिला भी शामिल है इसलिए ऐसे में स्पेसशिप में एक यूनिसेक्स टॉयलेट का होना बेहद जरूरी है। बता दें कि, 17 अगस्त तक सभी अपने डिज़ाइन को नासा में सबमिट कर सकते हैं और इसका रिजल्ट अक्टूबर में आएगा। लूनर लू का डिज़ाइन ऐसा होना चाहिए जो माइक्रोग्रेविटी और लूनर ग्रेविटी दोनों में काम कर सकें। नासा ने इस संबंध में कहा है कि, लूनर लू की आवश्यकता स्पेस यान में इसलिए है ताकि अंतरिक्ष यात्री स्पेस में ज्यादा समय व्यतीत कर सकें। मिली जानकारी के अनुसार नासा जल्द ही चाँद पर एक बेस कैंप बनाने की योजना में। ऐसे में एक परमानेंट टॉयलेट की आवश्यकता उन्हें होगी। बता दें कि, इन दिनों नासा के विशेषज्ञ ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम पर काम कर रहे हैं। नासा का पूरा ध्यान इन दिनों इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजे गए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन की वापसी पर है।
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इसके बाद ही नासा आगे की योजनाओं पर काम करना शुरू करेगा। कुछ महीनों पहले ही क्रू ड्रैगन को स्पेस स्टेशन भेजा गया था, इसकी वापसी के बाद मिशन मून पर फोकस किया जाएगा।
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