Silent Heart Attack Symptoms In Hindi: हाल ही में अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला को आए हार्ट अटैक के बाद हर कोई स्तब्ध है। लोग यह समझ ही नहीं पा रहे कि इतने फिट दिखने वाले महज 40 वर्ष के इंसान को हार्ट अटैक कैसे हो सकता है। तो चलिए आज इसी हार्ट अटैक से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं।
हार्ट अटैक एक जानलेवा बीमारी मानी जाती है, क्योंकि अक्सर इसमें रोगी को संभलने का मौका भी नहीं मिलता। इसके लक्षण दिखने के बावजूद यदि जरा भी लापरवाही की जाए या सही समय पर उपचार न मिले तो कुछ ही मिनटों में व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
लेकिन हार्ट अटैक से भी कई गुना ज्यादा खतरनाक होता है, ‘साइलेंट हार्ट अटैक’, क्योंकि यह आने से पहले दस्तक नहीं देता। आमूमन सीने में तेज़ दर्द होना हार्ट अटैक का मुख्य लक्षण माना जाता है, लेकिन साइलेंट हार्ट अटैक होने पर किसी भी प्रकार के गंभीर लक्षण नहीं दिखते। ऐसे में व्यक्ति इसके लक्षण समझ ही नहीं पाता और अचानक उसकी मृत्यु हो जाती है।
हार्ट अटैक होने का कारण(Heart Attack Hone Ke Karan)
जब दिल के किसी हिस्से में ठीक तरह से खून का प्रवाह नहीं हो पाता, तो उस हिस्से की मांसपेशियां धीरे-धीरे मरने लगती हैं और हार्ट अटैक होने का खतरा बन जाता है। ज़्यादातर मामलों में ऐसा अचानक होता है, जो कि काफी घातक होता है। इसके अलावा हार्ट अटैक के और भी बहुत से कारण हो सकते हैं, जो जाने-अनजाने में आपके शरीर को अंदर ही अंदर खोखला करते रहते हैं, लेकिन आप समझ नहीं पाते।
यदि 40-45 साल की उम्र तक के व्यक्ति को किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं है और वह एकदम तंदुरुस्त नज़र आता है, तो उसे लगता है कि वह स्वस्थ है। लेकिन हो सकता है कि उसकी कुछ छोटी-मोटी गलत आदतों के कारण उसके शरीर में कोई ऐसी बीमारी पल रही हो जिसका प्रभाव अभी नहीं दिख रहा है, मगर 45-50 की उम्र के बाद यही छोटी सी बीमारी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है।
सामान्य हार्ट अटैक और साइलेंट हार्ट अटैक, मुख्यतः मोटापे, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और डायबिटीज के रोगियों को ही होता है। फर्क केवल इतना है कि साइलेंट हार्ट अटैक में व्यक्ति को लक्षण समझने में देर लग जाती है।
क्यों है साइलेंट हार्ट अटैक जानलेवा?
मेडिकल साइंस के अनुसार, ‘साइलेंट हार्ट अटैक’ आम हार्ट अटैक से कई गुना ज्यादा खतरनाक व जानलेवा होता है क्योंकि इसके लक्षण पहले से नहीं दिखते और लोग इसे छोटी-मोटी समस्या समझ लेते हैं। ‘साइलेंट हार्ट अटैक’ आते वक्त, देखने वाले व्यक्ति को मरीज एकदम नॉर्मल लगता है, इसलिए ज़्यादातर ऐसे हालात में आसपास मौजूद लोगों को भी मदद का मौका नहीं मिल पाता।
साइलेंट हार्ट अटैक के 4 मुख्य संकेत(Heart Attack ke Lakshan)
साइलेंट हार्ट अटैक के ये 4 संकेत दिखें तो फौरन डॉक्टर को दिखाएँ :
- सीने के बीच के हिस्से में तेज दर्द महसूस होना या बेचैनी होना, किसी के द्वारा सीने को तेजी से दबाने या मसलने जैसा महसूस होना। यदि कुछ सेकंड, मिनट या घंटों तक ऐसा महसूस हो तो फौरन डॉक्टर को दिखाएँ।
- कंधों, बाजुओं, गर्दन, पेट, पीठ व जबड़ों में बेचैनी या दर्द महसूस होना।
- सीने पर तेज दबाव महसूस होने के साथ ही सांस लेने में तकलीफ होना।
- सिर में भारीपन महसूस होना, चक्कर आना और अचानक ठंडा पसीना आना।
साइलेंट हार्ट अटैक में गौर करने वाली जरूरी बातें –
- कई बार साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण दिखने के बाद भी लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते। ऐसे में जल्द ही अगला अटैक पड़ने का खतरा बना रहता है, जो कि संभलने का मौका नहीं देता। इसलिए जैसे ही कोई लक्षण दिखे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- कई बार साइलेंट हार्ट अटैक में सीने में इतना हल्का दर्द होता है कि व्यक्ति को लगता है कि उसे गैस या पेट की किसी बीमारी के कारण दर्द हो रहा है। लेकिन इसे हल्के में गलती से भी ना लें।
- केवल सीने में दर्द होना हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता है। इसलिए यदि केवल सीने में दर्द हो, तो घबराने की जगह बाकी लक्षणों पर भी गौर करें।
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उम्मीद है साइलेंट हार्ट अटैक(Silent Heart Attack Symptoms In Hindi) के बारे में जानने के बाद आप अगली बार से सतर्क रहेंगे और इसके संकेतों को नज़रअंदाज़ नहीं करेंगे।