Zyada Sone Ke Nuksan: सोना भला किसे पसंद नहीं होता। जी नहीं! हम यहाँ गोल्ड वाले सोने की नहीं, बल्कि स्लीप वाले सोने यानि नींद की बात कर रहे हैं। आपने अक्सर सुना होगा कि एक स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी व पूरी नींद लेना बेहद जरूरी है। अच्छी व पूरी नींद लेने से आपकी दिनचर्या भी अच्छी रहती है और शरीर भी। जबकि नींद का अभाव हो जाने पर शरीर में कई प्रकार की बीमारियाँ घर कर जाती हैं और सबसे ज्यादा आपकी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है।
इसी तरह अगर आप ज्यादा सोने के शौकीन हैं, तो ये भी आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। क्योंकि जरूर से ज्यादा नींद लेने के भी कई हानिकारक प्रभाव होते हैं। आइए आज जानते हैं ज्यादा सोने के नुकसान(Zyada Sone Ke Nuksan) के बारे में।
ज्यादा नींद लेने के नुकसान(Zyada Sone Ke Nuksan)
- बढ़ता है मोटापा
मोटापा केवल ओवर ईटिंग से ही नहीं बल्कि ओवर स्लीपिंग से भी बढ़ता है। ज्यादा सोने से हमारे शरीर की सभी गतिविधियां सुस्त पड़ जाती है और इसका असर डाइजेशन समेत तमाम तरह की शारीरिक प्रक्रियाओं पर पड़ता है। मोटापा अपने साथ और कई तरह की बीमारियाँ भी लेकर आता है। इसलिए अपने सोने का समय निर्धारित रखें और अतिरिक्त ना सोएं।
- दिल की बीमारियाँ
जरूरत से ज्यादा नींद लेना हमारे दिल के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। अमरीका में हुए एक शोध के मुताबिक 8 घंटे से ज्यादा नींद लेने वाले लोगों में 40% तक दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- हो सकता है डायबिटीज
जब हम ज्यादा वक्त तक सोते हैं तो उतनी फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर पाते, जिस वजह से डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। एक स्टडी के मुताबिक, 9 घंटे से ज्यादा नींद लेने पर हमारे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर अनियंत्रित हो सकता है।
- पीठ दर्द होना बेहद आम
ज्यादा सोने वाले लोग अक्सर पीठ दर्द से परेशान रहते हैं। ऐसे लोगों में यह बेहद आम समस्या है। इस समस्या का शिकार ज्यादातर वे लोग होते हैं, जो घंटों तक कंप्यूटर पर काम करने के बाद देर तक सोते हैं। बिना कोई फिजिकल एक्टिविटी किए एक ही जगह पर घंटों तक बैठ कर काम करने और फिर सोए रहने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता और इससे दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है।
- डिप्रेशन का हो सकते हैं शिकार
ज्यादा नींद लेने से डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है। ज्यादा सोने वाला व्यक्ति सुस्त और आलसी हो जाता है, जिसका उसके मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा ज्यादा सोने से उत्साह की कमी हो जाती है, जिससे जीवन में नकरात्मकता बढ़ती है और इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा 7-8 घंटे की नींद ही लें
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उम्मीद है कि ज्यादा सोने के नुकसान(Zyada Sone Ke Nuksan) जानने के बाद आप अपनी स्लीपिंग हैबिट्स बदल पाएंगे और सीमित समय तक अच्छी नींद लेकर खुद को स्वस्थ रखने की कोशिश करेंगे।