जैसा कि आप सभी देख ही पा रहे हैं आप सभी लोगों को घर में रहने की हिदायत दी गई है क्योंकि कोरोनावायरस का महा प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में 24 मार्च 2020 के दिन 21 दिन का राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन सरकार द्वारा घोषित किया गया था। 21 दिन के लॉक डाउन की वजह से देश में बहुत बड़े बड़े बदलाव देखे गए हैं जिनमें से सबसे मुख्य गंगा नदी का पूरी तरह से पवित्र और साफ हो जाना है।
लाख कोशिशों के बावजूद भी साफ नहीं हुआ गंगा का पानी
कई सारे प्रोफेसर और शोधकर्ताओं का ऐसा कहना है कि गंगा की सफाई कई बार की गई लेकिन ऐसी शुद्धता पहली बार ऋषिकेश और हरिद्वार में देखी गई है। ऐसा बहुत बड़ा परिवर्तन पहली बार देखा गया है और ऐसा तभी संभव हो पाया है जब गंगा के तटों के आसपास तीर्थ यात्राएं बिल्कुल बंद हो चुकी हैं क्योंकि लॉक डाउन की स्थिति मौजूद है।
उन स्थानों पर लोगों की भीड़ ना होने की वजह से गंगा का पानी पूरी तरह से पीने योग्य हो गया है उसमें किसी भी प्रकार के कोई कीड़े मकोड़े भी मौजूद नहीं है। गंगा नदी में अनुष्ठान के दौरान बहुत सारी चीजें उसमें डाल दी जाती है जिसकी वजह से गंगा नदी प्रदूषित हो जाती है इसके अलावा 500% कूड़ा करकट धर्मशाला और होटल या लॉज से गंगा नदी में आकर प्रवेश करती है जिसकी वजह से गंगा नदी का पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो जाता है।
परंतु तीर्थ करो को अनुमति ना होने की वजह से वहां पर अब कोई नहीं जाता है जिसकी वजह से गंगा नदी पूरी तरह से साफ दिखाई दे रही है और पानी पीने में भी बहुत ज्यादा स्वादिष्ट बन गया है।