बरसाना के होली द्वापरयुग से मशहूर है राधा और कृष्ण की लीलाओं का चित्रण श्री राधारानी के धाम बरसाना में होता रहा है। इस बार भी 14 मार्च की शाम गुरुवार को 5 बजे लाड़लीजी मंदिर में लड्डुओं की बरसात होगी और 15 मार्च को ब्रजांगनाओं के द्वारा कृष्ण के सखाओं पर लाठी भांजकर नारी शक्ति का संदेश देंगी।

बरसाना की लड्डू होली व लठामार होली जिसने एक बार देखली वह जीवन पर्यंत अपने जहन से नहीं निकाल सकता है। यहां 14 मार्च गुरुवार को नंदगांव का पांडे होली की स्वीकृति लेकर लाड़लीजी महल में आएगा। दूसरे दिन यानी 15 मार्च शुक्रवार को रंगीली गली, मैन बाजार, सुदामा चौक, भूमियां गली आदि आधा दर्जन स्थानों पर अबला नारी सबला बनेगी। उस दौरान वर्ष भर सताये जाने पर ब्रजांगनाएं नंदगांव से आये कृष्ण के सखाओं को सबक सिखाने को लाठियों से पीट सारी कसक निकलेंगी, जिसकी गूंज तड़ातड़ सुनाई देगी। अनोखी होली को देखने को देश के कोने-कोने से भक्तों का आना शुरू हो गया है।

इस दौरान कोसी, छाता, कामा और गोवर्धन की तरफ से आने वाले सभी बड़े वाहनों को इन मार्गों पर स्थित पार्किंग स्थलों पर रोकने की व्यवस्था की गयी है। 14 मार्च की सुबह आठ बजे से सभी छोटे वाहनों को भी कोसी, गोवर्धन, कामा और छाता की तरफ बनी पार्किंग स्थलों पर रोक दिया जाएगा। यह व्यवस्था 15 मार्च की रात्रि 10 बजे तक लागू रहेगी। वहीं नंदगांव में खेले जाने वाली लठामार होली मेला की यातायात व्यवस्था हेतु कामा, कोसी और बरसाना की तरफ से नंदगांव की ओर जाने वाले सभी छोटे बड़े वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर सुबह आठ बजे से रात्रि 10 बजे तक रोके जाने की व्यवस्था की जायेगी।