Facts About Chandratal Lake In Hindi: भारत में हज़ारों की संख्या में घूमने की जगहें मौजूद है। लोग कहीं के इतिहास को पढ़कर वहाँ घूमने जाते हैं तो कहीं की खूबसूरती की बातें सुनकर। लेकिन इन दोनों तरह के लोगों के बीच एक और भी तरह के घूमने के शौकीन लोग होते हैं। वे लोग वहाँ के सीक्रेट और अनखुले रहस्यों को सुनकर उस जगह की ओर आकर्षित होते हैं। ये लोग बहुत दिन तो अपने ट्रिप को टालते हैं लेकिन वहाँ की रहस्य भरी बातों को सुनने के बाद आखिर में वे वहाँ पहुँच ही जाते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे ही रहस्य वाली जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। ये जगह भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है। इस जगह की कहानी जितनी खौफनाक है उतनी ही रहस्यमयी भी है।
चंद्रताल लेक को लेकर ये है फेमस स्टोरी
इस झील के विषय में दो कहानियाँ बहुत ज़्यादा फेमस है। एक कहानी कहती है कि चंद्रमा भगवान की पुत्री चंद्रा और सूर्य भगवान के बेटे भागा एक दूसरे से बहुत ज़्यादा प्रेम करते थे। लेकिन दोनों के ही परिवार को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। इस बात से दोनों प्रेमी काफी निराश और तनाव में थे। आखिर में दोनों ने मिलकर निर्णय लिया कि जहाँ वो मिले थे वहीं से वो अपनी जीवन को समाप्त करेंगे और अंत में उन्होंने ऐसा ही किया। ऐसा माना जाता है कि इन्हीं ने सूरज ताल और चंद्रताल झील बनाया था। दूसरी कहानी हिंदू पौराणिक ग्रंथों से जुड़ी हुई है। महाभारत के लड़ाई में कौरवों को पराजित करने के पश्चात पांचों पांडव भाई अपने अंतिम यात्रा पर निकले थे। पांच में से चार भाई राह में ही चल बसे और सबसे बड़े भाई युधिष्ठिर लास्ट तक जीवित रहे। ऐसी मान्यता है कि इंद्रदेव ने उनको स्वर्ग में ले जाने हेतु इसी झील से अपने पास बुलाया था।
चंद्रताल लेक के दो खौफनाक रहस्य जो कम लोगों को ही है पता (Facts About Chandratal Lake In Hindi)
अब आईये इस लेक के कुछ ऐसे राज़ जान लेते हैं जो बहुत कम लोगों को ही पता है।
- यहाँ के लोकल लोगों का कहना है कि जो लोग इस लेक के निकट जाते हैं उनको ये लेक अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। जो लोग इस लेक के पास चले जाते हैं उनको ये लेक डूबा देती है।
- कई लोगों का कहना है कि चंद्रताल झील में अंधेरे के समय परियां दिखाई देती हैं। यहाँ के गाँव के किसी चरवाहे को एक परी दिखी थी। वो उसके प्यार में पड़ गया। वो परी भी उस चरवाहे से प्रेम करने लगी। एक दिन चरवाहे ने परी से बोल दिया कि वह शादीशुदा है। इसके बाद से परी कभी उससे मिलने नहीं आई। कई दिनों तक इंतज़ार करने के बाद चरवाहा पागल होकर मर गया। आज भी देर रात के समय अगर कोई आदमी इस लेक के निकट आता है तो उसे चरवाहे की आवाज सुनाई पड़ती है और परछाई भी दिखाई पड़ती है।
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