Tourist Guide Kaise Bane: एक वक्त हुआ करता था जब हर कोई सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर ही बनने की इच्छा रखता था, जिसे देखो बस इसी की पढ़ाई और इसी की नौकरी करने का नशा था। मगर अब समय बदल रहा है और साथ ही साथ लोगों की सोच भी बदल रही है और इसे देखते हुए लोगों ने डॉक्टर और इंजीनियर के अलावा और भी बहुत से विषयों में पढ़ाई तथा उसी में अपना करियर बनाने की कोशिश करना शुरू कर दिया है। वैसे तो बहुत से कोर्स आदि हैं जो आज के युवाओ को काफी तरक्की दिला रहे हैं और ऐसे में इन दिनो ट्रेवल एंड टूरिज्म का चलन भी काफी ज्यादा बढ़ गया है। ग्रेजुएशन के बाद अगर आपको कहीं कोई बहुत अच्छी जॉब नही मिल रही और आप अपना समय इधर उधर घूम कर बिता रहे हैं तो यकीन मानिए आप अपने इसी समय को एक टूरिस्ट गाइड बन कर बहुत ही बेहतर तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं, जो ना सिर्फ आपको नाम दिलाएगा बल्कि अच्छा खासा दाम भी दिलाएगा। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं टूरिस्ट गाइड कैसे बनते हैं।
कैसे बने टूरिस्ट गाइड?(Tourist Guide Kaise Bane)
बताना चाहेंगे कि अगर आपको घूमना पसंद है और साथ घूमाने के भी शौकीन हैं तो इस फील्ड में सीधे एंट्री कीजिये। एंट्री करने से पहले आपको कुछ विदेशी तथा अंग्रेजी भाषा का ज्ञान जरूर होना चाहिए। आपकी कम्युनिकेशन स्किल ऐसी होनी चाहिए कि आप जल्दी से अनजान लोगों के बीच जल्दी घुल-मिल जायें। साथ ही आपकी ट्रेवल और जियोग्राफी पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए। एक अच्छा टूरिस्ट गाइड बनने के लिए सबसे पहले तो आपको संस्कृति और इतिहास का ज्ञान होना बेहद ही आवश्यक होता है। अगर ऐसा नहीं है तो आप एक अच्छे गाइड नहीं बन सकते हैं। कोई भी टूरिस्ट आपसे कुछ भी प्रश्न कर सकता है और गलत उत्तर से आप उनका भरोसा खो देंगे, इसीलिए इतिहास की हर छोटी और रोमांचक जानकारी आपको होनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त जिस जगह वह जा रहा है, पहले से ही उसे जगह की पर्याप्त जानकारी होनी आवश्यक है, तभी आप अपने क्लाइंट को अच्छी तरह संतुष्ट कर पाएंगे। एक बेहतरीन टूरिस्ट गाइड हाजिर जवाब होना चाहिए। इससे पता चलता है कि आप कितने अनुभवी हैं और आपको चीजों की कितनी समझ है। बातों को रोमांचक तरीके से लोगों को बताने की एक कला होनी चाहिए जो कि एक गाइड के तौर पर सीखना बहुत आवश्यक है। आपके साथ मौजूद टूरिस्ट्स को जानकारी के साथ-साथ आपकी बातें भी मजेदार लगनी चाहिए। अगर आप करियर में नई ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आपको कुछ क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं का ज्ञान हो। ऐसे में आप सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में टूर गाइड बनकर अपने काम को अंजाम दे पाएंगे। नई जगहों के बारे में जानने व अपने ज्ञान का दायरा बढ़ाने के लिए आपको इंटरनेट पर थोड़ा रिसर्च वर्क व किताबें पढ़ने का शौक भी होना चाहिए।
ट्रेवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री में फुल टाइम कोर्सेज के अलावा शॉर्ट टर्म कोर्स के विकल्प भी मौजूद हैं। बैचलर कोर्स तीन साल के और पीजी कोर्स दो साल के होते हैं। कई संस्थानों द्वारा सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स भी कराए जाते हैं। ट्रेवल एंड टूरिज्म से जुड़े कुछ प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं- बैचलर ऑफ टूरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन, बैचलर ऑफ टूरिज्म स्टडीज, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी मैनेजमेंट, एमए इन टूरिज्म मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन ट्रेवल मैनेजमेंट एंड एयरपोर्ट मैनेजमेंट। इस तरह के कोर्स कर लेने से इस क्षेत्र में आपका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
रोमांच भी रोजगार भी
चूंकि पर्यटन कार्य देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है, इसलिए सरकार द्वारा भी पर्यटन क्षेत्र को काफी प्रोत्साहन दिया जाता है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में काम की कोई कमी नहीं है। इस क्षेत्र में आपकी सैलरी पूरी तरह से आपके ज्ञान, मेहनत, व अपने स्किल्स पर निर्भर करती है। अगर आप किसी कंपनी में नौकरी करते हैं तो आपको शुरूआती दौर दस से बीस हजार रुपए प्रतिमाह आसानी से मिल जाते हैं। वहीं फ्रीलांसर के तौर पर भी आपकी आमदनी आपको मिलने वाले काम पर निर्भर करेगी। वैसे एक फ्रीलांसर आमतौर पर एक दिन का हजार रुपए या उससे भी अधिक कमा सकता है। इसके अलावा छुटि्टयों के दिनों में या फिर पीक सीजन में आपकी आमदनी चालीस से पचास हजार रुपए प्रतिमाह भी हो सकती है।
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