इंसानों को जब कोई तकलीफ होती है तो वे दूसरों को इसके बारे में बताते हैं और मदद ले लेते हैं, लेकिन जब जानवरों को किसी तरह की तकलीफ होती है तो वे इसके बारे में दूसरों से बयां नहीं कर पाते। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि किसी मुसीबत में फंसे जानवर की भी मदद की जाए, क्योंकि वे बेजुबां होते हैं। वे खुद से अपनी तकलीफों, अपनी परेशानियों के बारे में किसी को नहीं बता सकते हैं। न ही वे किसी से इसके लिए मदद भी मांग सकते हैं। ऐसे में उनकी मदद करने की जिम्मेवारी हम इंसानों की होती है।
इंडोनेशिया सरकार की पहल
इंडोनेशिया में भी कुछ ऐसा ही हुआ है। यहां एक ऐसा मगरमच्छ है जिसके गले में पिछले चार वर्षों से एक मोटरसाइकिल का टायर फंसा हुआ है। इस वजह से इस मगरमच्छ की जान भी खतरे में है। ऐसे में इंडोनेशिया सरकार की ओर से एक सराहनीय पहल की गई है। इंडोनेशिया सरकार ने यह घोषणा की है कि जो व्यक्ति भी इस मगरमच्छ के गले से इस मोटरसाइकिल के टायर को बाहर निकाल देगा, उसे इनाम दिया जाएगा। इंडोनेशिया सरकार ने यह घोषणा इसलिए की है, ताकि कोई मगरमच्छ के गले से इस टायर को निकाल कर उसकी जान जाने से बचा ले। हालांकि इनाम के तौर पर रकम कितनी दी जाएगी, फिलहाल इंडोनेशिया सरकार की ओर से इसके बारे में कुछ नहीं बताया गया है।
13 फ़ीट का है मगरमच्छ
एक समाचार एजेंसी के हवाले से इसके बारे में बताया गया है कि इस मगरमच्छ की लंबाई 13 फीट की है। इसके गले में वर्ष 2016 से ही यह टायर फंसा हुआ है। किसी तरह से यह टायर उसके गले में जाकर अटक गया था और फिर वह बाहर नहीं निकल पाया। बताया जा रहा है कि मगरमच्छ ने अपनी ओर से काफी कोशिश की इस टायर को अपने गले से बाहर निकालने की, लेकिन उसे इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी। ऐसे में वर्ष 2016 से यह टायर लगातार उसके गले में पड़ा हुआ है। स्थानीय मीडिया ने बताया गया है कि सबसे पहले गले में टायर वाले इस मगरमच्छ को 2016 में ही यहां के पालू नदी में देखा गया था।
इसलिए रखा इनाम
इस मगरमच्छ की जान बचाने को लेकर इंडोनेशिया के सेंट्रल सुलावेसी के नेचुरल रिसोर्स कन्जरवेशन ऑफिस की ओर से ही मीडिया में यह जानकारी प्रसारित की गई है कि यदि यह टायर मगरमच्छ के गले में लगातार ऐसे ही पड़ा रहता है तो इसकी वजह से इसके जान को खतरा है, क्योंकि उसके बढ़ने के साथ गला मोटा होता जा रहा है और टायर से अब दब रहा है। संभव है कि आने वाले दिनों में इसकी वजह से इसकी मौत भी हो जाए। ऐसे में इसे बचाने के लिए उनकी ओर से यह प्रतियोगिता रखी गई है कि जो कोई भी इसके गले से इस तैयार को निकाल बाहर करेगा, उसे इनाम दिया जाएगा।
हर कोशिश हुई फेल
इस मगरमच्छ को बचाए जाने को लेकर स्थानीय मीडिया में यह बताया गया है कि पहले भी कई बार मगरमच्छ के गले से टायर निकालकर इसे बचाने के प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन अब तक किसी को भी इसमें कामयाबी नसीब नहीं हो पाई है। मगरमच्छ को बचाने की एक कोशिश वर्ष 2018 में जानवरों का संरक्षण करने वाले एवं पशु विशेषज्ञ मोहम्मद पनजी की ओर से भी की गई थी, मगर वे सफल नहीं हो पाए थे। फिर वन विभाग की एक टीम ने भी कोशिश की थी। मगरमच्छ को मांस खिला कर उसे फंसा कर उसके गले से टायर निकालने का प्रयास किया गया था, पर इसमें भी सफलता नहीं मिल पाई। बताया जाता है कि जब कोई भी इसके गले से टायर निकालने की कोशिश करता है तो वह डर कर पानी के अंदर चला जाता है। ऐसे में उसके गले से टायर निकल नहीं पा रहा है।