Himmat Rakhna Parents Said Before They Died Of Covid: वनिशा पाठक भोपाल की रहने वाली हैं। सीबीएसई के जो दसवीं के परिणाम आए हैं, उसमें वनिशा 99.8 प्रतिशत अंक पाकर और दो बच्चों के साथ भोपाल की टॉपर बनी हैं। वनिशा के लिए यह खुशी का एक बहुत बड़ा क्षण है, लेकिन उनकी इस खुशी को शेयर करने के लिए उनके साथ उनके मां-बाप मौजूद नहीं हैं। उनके मां-बाप ने अभी 2 महीने पहले ही कोरोना की वजह से इस दुनिया को अलविदा कहा है।
मां-बाप को खोने का दर्द(Himmat Rakhna Parents Said Before They Died Of Covid)
जिस वक्त बाकी स्तुड्रंट्स परीक्षा की तैयारी में लगे हुए थे, उस वक्त मनीषा अपने मां-बाप को खोने का गम झेल रही थीं और इस दर्द के बीच भी वे अपनी पढ़ाई कर रही थीं। वनिशा, जो कि अब अपने मामा-मामी के साथ रह रही हैं, उन्होंने सामाजिक विज्ञान की परीक्षा में 100 में से 100 और गणित में 97 अंक प्राप्त किए हैं।
बुलंद हैं वनिशा के इरादे
मां-बाप को खोने के बाद भी वनिशा के इरादे बुलंद हैं। वनिशा बताती हैं कि उनकी मां-बाप की यादों ने उन्हें प्रेरणा दी है। साथ ही उनका छोटा भाई भी अब पूरी जिंदगी के लिए उनकी प्रेरणा का स्रोत है। वनिशा के मुताबिक आखिरी बार उन्होंने अपने मां-बाप को अस्पताल जाते हुए देखा था।
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मां-पिताजी ने कहा था
मनीषा की मां, जिन्होंने 4 मई को दम तोड़ा था, उन्होंने बेटी से आखिरी बार कहा था कि खुद पर केवल भरोसा करो। जल्द ही हम लौट कर आएंगे। वहीं, बीते 15 मई को आखिरी सांस लेने वाले उनके पिता ने आखिरी बार उनसे कहा था कि बेटा हिम्मत बनाए रखना। वनिशा के मुताबिक वे यूपीएससी क्लियर करके देश की सेवा करना चाहती हैं। वहीं, वनिशा के भाई विवान दीदी से भी ज्यादा अंक लाने की बात करते हैं।