गर्मियों के मौसम मैं दिल्ली और उसके आस पास के लोग अगर ठंडक का अहसास करना चाहते हैं तो आपको पहाड़ी इलाकों का रूख करना चाहिए। (Switzerland Of India In Uttarakhand) दिल्ली-एनसीआर के आसपास उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऐसे बहुत से स्थल हैं जहाँ आजकल चहल-पहल बढ़ी हुई है।
पथरीली मिट्टी की भीनी-भीनी सोंधी सी महक, दूर-दूर तक फैली कोमल-मनमोहक हरियाली के बीच मन मचलाने वाली रंगीन शाम किसे पसंद नहीं होगी। हम बात कर रहे हैं ‘खजियार’ की।
चीड़ और देवदार के ऊँचे-लंबे हरे-भरे पेडों के बीच बसा खजियार दुनिया के 160 मिनी स्विट्ज़रलैंड में से एक है। यहाँ आकर सैलानियों को आत्मिक शांति और सुकून मिलता है। अप्रैल के बाद मई की झुलसाने वाली गर्मी से छुटकारा पाना है तो यह स्थान आपके लिए सपनों के शहर जैसा नजर आएगा।
पहाड़ी स्थापत्य कला में निर्मित 10 वीं शताब्दी के यह धार्मिक स्थल खज्जी नागा मंदिर के लिए जाना जाता है। यहाँ नागदेव की पूजा होती है। दिल्ली से 560 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यहस्थान खूबसूरती और हरियाली के मामले में अपना अलग स्थान रखता है। सर्दी के मौसम में यहाँ बेहद ठंड रहती है। इसीलिए अप्रैल से जून के महीनों में यहाँ आना सबसे ज्यादा अच्छा माना जाताहै।
चीड़ और देवदार के पेड़ों के बीच स्थित झील पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। इस पाँच हजार वर्गफुट क्षेत्रफल में फैली झील को खजियार लेक के नाम से जाना जाता है। झील के बीचोबीच स्थितटापू पर बैठकर सैलानी घंटों इस