अनिल कुंबले(Anil Kumble) जो भारतीय क्रिकेट का बड़ा नाम रहा है। 7 फरवरी 1999 को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम (Arun Jaitley Stadium) जिसका पुराना नाम फिरोजशाह कोटला स्टेडियम था, वहां पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए अनिल कुंबले ने 10 विकेट हासिल कर इंग्लैंड के जिम लेकर के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। अब इतिहास एक बार फिर दोहराया गया है। जी हां….कोई है जिसने महज़ 15 साल की उम्र में ही ऐसा कमाल कर दिखाया है कि हर कोई हैरान है। निर्देश बैसोया (Nirdesh Baisoya)…जो हैं तो महज़ 15 साल के लेकिन इतनी कम उम्र में ही उन्होने अनिल कुंबले के इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। वहीं आपको ये भी बता दें कि मणिपुर के तेज गेंदबाज रेक्स सिंह पिछले साल एक पारी में 10 विकेट लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज बने थे। उन्होंने कूच बेहार ट्रॉफी में यह कामयाबी हासिल की थी। वहीं उनसे भी पहले पुडुचेरी के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज सिदक सिंह ने सीके नायडू ट्रॉफी में पिछले सीजन ही 10 विकेट चटकाए थे।
विजय मर्चेंट ट्रॉफी अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट का मौजूदा सीज़न चल रहा है जिसमें बुधवार को निर्देश रामवीर बैसोया ने ऐसा कमाल कर दिखाया कि जो भी इसका गवाह बना वो बस देखता ही रह गया। 15 साल के निर्देश ने नागालैंड की पहली पारी के सभी 10 बल्लेबाजों को अकेले ही पवेलियन की राह दिखाई और ऐसा करते ही वो अनिल कुंबले के 20 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर बैठे। 1956 में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर जिम लेकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में पारी के सभी 10 विकेट अपने नाम किए थे। तो वहीं 1999 में अनिल कुंबले ने भी इतिहास दोहराते हुए जिम लेकर के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। वहीं अब 2019 में निर्देश बैसोया ने वही कर दिखाया।
यूपी के रहने वाले हैं निर्देश बैसोया
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले बैलोया मेघालय की ओर से गेस्ट प्लेयर के तौर पर खेलते हैं। विजय मर्चेंट ट्राफी में उन्होने 21 ओवर में 51 रन देकर 10 विकेट अपने नाम किेए। निर्देश के मुताबिक, “मैंने पहले सेशन में 6 विकेट चटका लिए थे। इसके बाद मुझे कुछ कुछ विश्वास होने लगा कि मैं सभी 10 विकेट हासिल कर सकता है। इसमें टीम के साथियों ने भी मुझे पूरा सहयोग किया। सुबह के समय पिच से टर्न मिल रही थी। मैंने इन परिस्थितियों का भरपूर फायदा उठाया। मेरे लिए यह सपना सच होने जैसी बात है। मैं कड़ी मेहनत करके भविष्य में भी ऐसे प्रदर्शन को दोहराना चाहता हूं।
वहीं ऐसा कारनामा कर दिखाने के बाद बैसोया ने कहा कि “मैं वो हमेशा से कुछ ऐसा ही करना चाहता था, लेकिन कभी यह नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी में ऐसा होगा। आपको बता दें कि बैसोया अपने भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। उनके दो भाई और 3 बहनें हैं।