Bala Movie Review: आयुष्मान खुराना ने बॉलीवुड में एक नया मुकाम हासिल किया है। वीडियो जॉकी और सिंगर के बाद उन्होंने बतौर एक्टर फिल्मों में भी बेहतरीन अभिनय करके दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है और अब उनकी गिनती बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स में होती है, क्योंकि पिछले कुछ समय से आयुष्मान खुराना की एक के बाद एक फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर-डुपर हिट हो रही है।
आयुष्मान खुराना जिन फिल्मों को भी करते हैं सभी का कांसेप्ट एकदम अलग और मजेदार होता है। बता दें कि आज ही आयुष्मान खुराना की फिल्म बाला रिलीज हुई है। इस फिल्म का ट्रेलर जब रिलीज हुआ था तभी दर्शकों ने इसको खासा पसंद किया था और आज जब आयुष्मान की ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो गई है तो इसको देखते हुए दर्शकों की उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई हैं।
अलग है बाला की कहानी
आयुष्मान की बाकी फिल्मों की तरह ही फिल्म बाला की कहानी और कांसेप्ट बिल्कुल अलग है। अब तक जहां समाज में लड़कियां ही बॉडी शेमिंग का शिकार होती थी, उनके रंग, कद और शरीर की बनावट के आधार पर लोग उनको जज करते थे और इन्ही सबके चलते उनको जिंदगी में कई दफा अपमान सहना पड़ता था। वहीं, आयुष्मान की इस फिल्म बाला में लड़कों के गंजेपन को दिखाया गया है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से कम बाल होने की वजह से लड़के की शादी में दिक्कतें आती हैं और उनको हर लड़की की तरफ से रिजेक्शन सहना पड़ता है।
फिल्म के डायरेक्टर जहां एक तरफ तो फिल्म में लड़कों में होने वाली गंजेपन की समस्या पर बात कर रहे हैं वहीं लड़की के प्रति समाज के संकीर्ण और हीन रवैये को बताना भी नहीं भूलते हैं। दिलचस्प बात यह है कि वह समाज में सालों से चली आ रही इस प्रॉब्लम का सल्यूशन देते हुए यह कहना नहीं भूलते कि आप जैसे हो, वैसे खुद को स्वीकार करो। आपको बदलना क्यों है?
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म में आयुष्मान खुराना बालमुकुंद उर्फ बाला का किरदार निभा रहे हैं, जो एक समय पर अपने घने और सिल्की बालों पर इतराया करते थे। लेकिन उम्र के एक पड़ाव तक आते-आते उनके बाल कम हो जाते हैं। उम्र के साथ बाल कम होने की समस्या को देखते हुए उनकी गर्लफ्रेंड भी उनको छोड़कर चली जाती है। समाज में लोग उनके गंजेपन को लेकर के खूब मजाक उड़ाते हैं। इतना ही नहीं बाल कम होने का असर उनकी पर्सनल लाइफ में ही नहीं बल्कि प्रोफेशनल लाइफ में भी पड़ता है।
नौकरी में डिमोशन मिलता है और एग्जिक्यूटिव के पद से फेयरनेस क्रीम बेचने का काम दे दिया जाता है। इन सब परेशानियों को झेलते हुए कहानी शुरू होती है कि किस तरह से बालों को उगाया जाए और इसके लिए हर तरह के नुस्खे का इस्तेमाल किया जाता है। बालों को उगाने के लिए आयुष्मान जो काम करते हैं वे भले हास्यास्पद या घिनौने हों, मगर बाला को यकीन है कि उसके बालों की बगिया एक दिन जरूर खिलेगी।
भूमि की एंट्री
बालों को वापस से उगाने की कवायद चल ही रही होती है कि फिल्म में एंट्री होती है बाला की बचपन की स्कूल मेट लतिका यानि कि भूनि पेडनेकर की जो बाला को आईना दिखाने की कोशिश करती है और उनकी इस कोशिश से बाला चिढ़ जाते हैं। भूमि ने इस फिल्म में एक दबंग वकील का किरदार निभाया है, लेकिन लतिका के साथ दिक्कत ये है कि उनका रंग काला हैं और उनके रंग की वजह से लोग उनको नकार देते हैं। लेकिन अपने रंग को कभी लतिका ने अपनी कमी नहीं माना।
वहीं दूसरी तरफ बाला हेयर ट्रांसप्लांट कराने की तैयारी कर रहा होता है, लेकिन किन्हीं कारणों से उनका हेयर ट्रांसप्लांट का सपना पूरा नहीं हो पाता, जिसके बाद बाला अपने पिता द्वारा लायी गई विग पहनता है और उसे पहनकर वो अपना कांफिडेंस वापस पाता है।
यामी गौतम की एंट्री
इसके बाद फिल्म में एंट्री होती है यामी गौतम की। विग लगाने के बाद आयुष्मान के अंदर कॉन्फिडेंस आता है। वहीं यामी एक टिक टॉक स्टार होती हैं। बाला पूरे आत्मविश्वास और बालों के साथ यामी यानि की परी को प्रपोज करता है और यामी भी उनका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लेती हैं। लेकिन अभी तक वो बाला के गंजेपन की बात से बेखबर रहती हैं। अब जब यामी को बाला के बालों की सच्चाई पता लगेगी इसके बाद फिल्म में क्या मोड़ आएगा ये जानने के लिए तो आपको फिल्म देखनी होगी।
इस फिल्म में आयुष्मान खुराना के साथ भूमि पेडनेकर, यामी गौतम, सीमा पाहवा और सौरभ शुक्ला भी नजर आए हैं। फिल्म में इन सभी के अभिनय की काफी तारीफ की जा रही है। हर किसी ने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। सीमा पाहवा और सौरभ शुक्ला ने फिल्म में कनपुरिया दंपत्ति का किरदार बखूबी निभाया। वहीं भूमि पेडनेकर एक धाकड़ और बेबाक वकील की भूमिका में भी खरी उतरी हैं। बता दें कि फिल्म का निर्देशन अमर कौशिक ने किया है।