Digital Marketing Kya Hai: आज के युग को अगर इंटरनेट (Internet) का युग कहें तो कुछ गलत ना होगा। शॉपिंग से लेकर बैंकिंग तक सब कुछ अब इंटरनेट के माध्यम से ही होता है। ऑनलाइन शॉपिंग, टिकट बुकिंग, रिचार्ज, बिल पेमेंट, ऑनलाइन ट्रांसक्शन्स ये भी आज इंटरनेट के जरिए घर बैठे ही एक क्लिक में किया जा सकता है। यानि इंटरनेट ने आज हमारी लाइफ को और भी बेहतर बना दिया है। आज लाइफ और ज्यादा आसान होती जा रही है। कम्प्यूटर, लैपटॉप के साथ-साथ मोबाइल (Mobiles) में भी इंटरनेट का इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है जिससे अब हर हाथ में हर समय इंटरनेट मौजूद है। और इंटरनेट के प्रति लोगों की दीवानगी के चलते ही आज तमाम कंपनियां अपने बिजनेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग को अपना रहे हैं।
डिजिटल मार्केटिंग क्या है। [What is Digital Marketing]
अपनी वस्तुओं और सेवाओं की डिजिटल तरीकों से मार्केटिंग करने को ही डिजिटल मार्केटिंग कहते है। ये तो इसकी परिभाषा लेकिन सरल और सीधे शब्दों में समझें तो ये नये ग्राहकों तक पहुंचने का सरल ज़रिया है। चूंकि ये इंटरनेट के माध्यम से ही इस्तेमाल में लाया जाता है लिहाज़ा इसे ऑनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing) भी कहा जा सकता है। जिसके ज़रिए कम समय और कम खर्चे में ज्यादा लोगों तक पहुंचा जा सकता है। डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपने ग्राहक तक पहुंचने के साथ ही साथ उनकी आवश्यकताओं व ज़रूरतों पर भी खास नज़र रखी जाती है। आखिर ग्राहक का झुकाव किस ओर है, ग्राहक क्या चाहता है, और हम ग्राहक को क्या दे सकते हैं। ये सब काम डिजिटल मार्केटिंग का ही है।
प्रोडक्ट प्रमोट करने का बेहतरीन तरीका है डिजिटल मार्केटिंग [Promote Your Product with Digital Marketing]
समय के साथ विज्ञापनों का स्वरूप बदलता जा रहा है। आज अगर अपनी टारगेट ऑडियंस तक पहुंचना है तो केवल अखबार में इश्तहार देकर और टेलीविज़न में विज्ञापन टेलीकास्ट करने भर से काम नहीं चल सकता है बल्कि इसके लिए आज सोशल मीडिया (Social Media) यानि इंटरनेट पर मौजूद लोगों को भी टारगेट करना ज़रूरी होता है। क्योंकि यहीं पर अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने से सबसे ज्यादा फायदा मिलता है और ये काम डिजिटल मार्केटिंग का ही हिस्सा है। और डिजिटल मार्केटिंग कुछ खास बिंदुओं पर काम करता है।
- समय बचाता है
- पैसा बचाता है
- बेहतर प्रभाव डालता है
- उत्तम नतीजे देता है
- खरीददार और विक्रेता आसानी से ढूंढ लेता है
डजिटल मार्केटिंग क्या है और ये किस लक्ष्य को निर्धारित करके इस्तेमाल किया जाता है ये तो आप समझ ही गए होंगे। चलिए अब आपको डिजिटल मार्केटिंग के टेक्टिक्ट के बारे में भी बता देते हैं।
1. सर्च इंजन ऑप्टिमाईजेशन [Search Engine Optimization]
डिजिटल मार्केटिंग के टेक्टिक्स की बात करें तो इसमें सबसे पहले नंबर पर आता है सर्च इंजन ऑप्टिमाईजेशन जिसे SEO कहा जाता है। इसमें बहुत सारी ऑन-पेज और ऑफ पेज गतिविधियों का जोड़ है जो वेबसाइट को सर्च इंजन के फर्स्ट पेज पे लाने में मदद करता है और साथ ही में वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक लाने में सहायक होता है।
2. एसएमओ [Social Media Optimization]
ये सोशल मीडिया ऐसा एकमात्र स्त्रोत है जिसके द्वारा एक साथ काफी लोगो से फेसबुक, लिंकडइन, ट्विटर, पिंटरेस्ट और दूसरी सोशल साइट्स पर जुड़ा जा सकता है। और ये सारी साइट्स बिजनेस की तरक्की और मार्केटिंग के लिए उपयोग की जाती है। ये ज्यादा लोगो तक पहुँचने का और कम लागत में ज्यादा बिज़नेस लाने का बेहतरीन तरीका है |
3. ईमेल मार्केटिंग [Email Marketing]
इसका काम कंपनी के उत्पादों की जानकारी अपने मेल के इनबॉक्स में पाना है | जब भी कोई कंपनी नया उत्पाद या सेवा को प्रारम्भ करती है, या कोई नया ऑफर निकालती है, वो ये सारी इनफार्मेशन मेल के द्वारा भेजना ज्यादा सही समझती है। इससे एक साथ भारी संख्या में लोगो तक जानकारी पहुंचाई जा सकती है।
4. वीडियो प्रमोशन [Video Promotion]
इस कड़ी में यूट्यूब एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा उत्पादों और सेवाओं को अच्छे तरीके से प्रचार करे सकते है। आज के दौर में वीडियो डिजिटल मार्केटिंग का सबसे सशक्त माध्यम बन गया है जिसमें सोशल मीडिया का योगदान सर्वोपरि है। वीडियो में ज्यादा ट्रैफिक होता है। क्योंकि वीडियो के द्वारा प्रचार करने से दर्शकों पर ज्यादा असर पड़ता है।
5. PPC और पे पर क्लिक
PPC एक ऐसा ज़रिया है जिसके द्वारा कोई भी मार्केटर हर क्लिक के भुगतान पर तुरंत एक व्यावसायिक लीड ले सकता है| ये मापांक हर क्लिक पर कुछ भुगतान ले ले लेता है और इसके द्वारा आये व्यवसाय को मापना भी आसान है| शुरूआती व्यापारी PPC सेवाओं का ही उपयोग करते है ताकि शुरुआत में तुरंत लीडस् मिल सके और व्यापार को और विकसित किया जा सके |
6. एप्प मार्केटिंग [APP Marketing]
एप्प एकमात्र ऐसा स्त्रोत है जिसके द्वारा आप किसी के भी मोबाइल फ़ोन में काफी लम्बे समय तक अपनी पैठ बना सकते हैं। अब दिनों दिन एप्प का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। लेकिन ज्यादातक वही कंपनियां एप्प बनवाती हैं जो अच्छे से स्थापित हो चुकी हो।