एक बार अभिषेक बच्चन की फिल्म रन आई थी। इस फिल्म का एक दृश्य बहुत ही लोकप्रिय हुआ था, जिसमें कौवा बिरयानी के बारे में देखने को मिला था। आज भी सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर किया जाता है और इसे देखकर लोगों का खूब मनोरंजन होता है। हालांकि, अब हकीकत में एक ऐसी ही घटना प्रकाश में आई है। तमिलनाडु के रामेश्वरम में ऐसा हुआ है। खबरों के मुताबिक यहां एक चिकन स्टॉल पर कौवे का मीट बेचे जाने की सूचना मिली है।
यहां काक बिरयानी खूब है मशहूर
हालांकि, आपको बता दें कि यहां लोग जितने चाव से चिकन बिरयानी और मटन बिरयानी आदि खाते हैं, उतने ही चाव से वे काक बिरयानी भी खाते हैं। यहां जो स्ट्रीट फूड बहुत ही फेमस हैं, उनमें से एक काक यानी कि कौवा बिरयानी भी है। लोगों को यह बहुत पसंद है और यहां इसकी अच्छी खासी बिक्री भी होती है। वैसे, जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनके ऊपर यह आरोप लगा है कि वे चिकन की जगह लोगों को कौवे का मीट बेच कर उन्हें धोखा दे रहे थे। इस तरह से इन पर लोगों को ठगने का आरोप लगा है।
इन्होंने मारा छापा
हुआ यह कि खाद्य विभाग के अधिकारियों ने रामेश्वरम में सड़क किनारे लगने वाले एक ठेले पर छापा मार दिया। अधिकारियों को जब इस बात की जानकारी हुई कि ठेले पर जो चिकन का मांस बताकर बेचा जा रहा है, वह दरअसल कौवे का मांस है तो वे एकदम हैरान रह गए। दो लोगों को इसके बाद इस मामले में तत्काल गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसके बाद जब उन्होंने छानबीन की तो इन दोनों के पास से करीब 150 की संख्या में मरे हुए कौवे भी इन्हें बरामद हुए।
चावल में शराब मिलाकर
एक रिपोर्ट में यह हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। इसमें बताया गया है कि यह लोग इन कौवों को चावल खिलाने से पहले उसमें शराब मिला दिया करते थे। साथ ही जरूरत से ज्यादा चावल इन कौवों को खिलाया जाता था। इसके बाद वे इन कौवों को एक बोरे में बंद करके रख देते थे। रिपोर्ट के मुताबिक इन कौवों को तब तक इन बोरों मैं बंद करके रखा जाता था, जब तक कि यह कौवे एकदम बेहोश ना हो जाएं।
श्रद्धालुओं ने की शिकायत
तमिलनाडु के रामेश्वरम के मंदिर में जो श्रद्धालु आते हैं, उनकी वजह से इस मामले का खुलासा हो पाया है। दरअसल ये श्रद्धालु रोजाना इन कौवों को दाना डालते थे। पिछले कई दिनों से उन्होंने यह नोटिस किया कि इनमें से बहुत से कौवे मर जा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने पुलिस के पास इसकी शिकायत की। बाद में पुलिस ने अपनी छानबीन की तो पता चला कि इन कौवों को नशीला चावल खिलाया जा रहा था, जिसकी वजह से इनकी मौत हो रही थी।
कमा रहे थे खूब मुनाफा
इस तरह से दो लोगों को पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया है, जिन पर स्टॉल लगाकर चिकन के नाम पर कौवे का मीट बेचने का आरोप है। रिपोर्ट में केवल दो लोगों को ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं माना जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार वे लोग भी इसके लिए जिम्मेवार हैं, जो स्टॉल लगाकर बिरयानी बेचते हैं और इसमें कौवे का मांस मिला देते हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा करते हुए बताया कि वे कौवे का मांस छोटे-छोटे दुकानदारों को बेच दिया करते थे। ये दुकानदार अपने यहां इसे चिकन लॉलीपॉप और चिकन बिरयानी कहकर बेच देते थे। इससे उन्हें बहुत मुनाफा भी हो रहा था।