एक बार शरीर यदि किसी वायरस का शिकार हो जाता है तो विज्ञान के मुताबिक ठीक हो जाने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता उस वायरस से लड़ना सीख जाती है और दोबारा उस वायरस की चपेट में शरीर के आने की आशंका बहुत ही कम रह जाती है। फिर भी कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में यह शंका बनी हुई है कि क्या ठीक हो जाने पर दोबारा कोई संक्रमण का शिकार हो सकता है?
दोबारा हो सकता है कोरोना?
कोरोना वायरस को फैले ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर यह कह पाना मुमकिन नहीं है कि दोबारा इस वायरस का संक्रमण होता है या नहीं। वैसे तो विज्ञान के अनुसार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता एक बार संक्रमण होने पर वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज विकसित कर लेती है, जिससे दोबारा यह नहीं होता, लेकिन चीन में बताया गया है कि डिस्चार्ज किए जाने के बाद भी कुछ लोग संक्रमित हुए हैं। हालांकि इस बारे में पुख्ता जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
सुरक्षित है स्विमिंग पूल में नहाना?
स्विमिंग पूल में नहाने से संक्रमण की आशंका है, क्योंकि कोई आप के बगल में छींक दे या खास दे और उसमें यदि संक्रमण है तो आप उसका शिकार हो सकते हैं। साथ ही चेंजिंग रूम के दरवाजे को या उसके हैंडल को किसी संक्रमित व्यक्ति ने छुआ है तो उसका संक्रमण आप में पहुंच सकता है।
किस सतह पर कितनी देर जिंदा रहता है वायरस?
लिफ्ट के बटन के साथ दरवाजे के हैंडल पर यह 48 घंटे तक जिंदा रह सकता है। पहले के कुछ शोध के मुताबिक परिस्थिति अनुकूल मिले तो एक हफ्ता तक यह जिंदा रह सकता है। ऐसे में ऐसी चीजों को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धो लें या सैनिटाइज कर लें। कपड़ों में ज्यादा दिनों तक यह जिंदा नहीं रहता, क्योंकि इसकी सतह नम होती है। किसी कपड़े को दो-तीन दिनों तक आप ना पहनें तो वायरस तब तक मर जाता है। संक्रमित चीज को छूने के बाद भी यदि आप अपने हाथों से आंख, नाक, कान, मुंह को ना छूएं तो वायरस शरीर में प्रवेश नहीं करेगा। छूने से पहले हाथों को सैनिटाइज कर लेना बेहतर होगा।
फोन से हो सकता है कोरोना का संक्रमण?
खांसने और छींकने से यह फैलता है। किसी भी सतह पर यह जिंदा रह सकता है। ऐसे में फोन को भी साफ रखना और सैनिटाइज करना जरूरी हो जाता है हालांकि कई मोबाइल कंपनियां अल्कोहल और सैनिटाइजर का यूज करने से फोन की कोटिंग को नुकसान पहुंचने की आशंका भी जताती है। कटिंग लेयर के फोन को पेपर टॉवल से साफ कर लेना अच्छा होगा।