John Hopkins Report Coronavirus: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा रखा है। भारत में अभी तक इस वायरस से प्रभावित 20 लोगों की मौत हो चुकी है और कुल 673 लोग इससे पीड़ित हैं। हालाँकि केंद्र सरकार ने इस वायरस के प्रभाव को देखते हुए पूरे देश को लॉकडाउन जरूर कर दिया है लेकिन खतरा अभी भी टला नहीं है। कोरोना वायरस को लेकर आए नए रिपोर्ट में इस बात की शंका जताई गई है कि, भारत के लिए आने वाला समय बेहद नाज़ुक हो सकता है। अगर इस दौरान एहतियात नहीं बरता गया तो इससे ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं। आइये जानते हैं इस नए रिपोर्ट में दी गई सभी अहम जानकारी के बारे में।
जानें इस रिपोर्ट की ख़ास बातें
आपको बता दें कि, दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और द सेंटर फॉर डिजीज़ डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी ने कोरोना वायरस को लेकर जारी अपने नए रिपोर्ट में बताया है कि, आने वाले चार महीने भारत के लिए काफी अहम हो सकते हैं। इस समय भारत के ऐसे दौर से गुजर रहा है जहाँ एक चूक सभी चीजों को तहस नहस कर सकता है। लाखों जिंदगियां इस समय दावं पर लगी है, सरकार द्वारा उठाया गया हर एक कदम इस वक़्त काफी मायने रखता है। जिम्मेदारी केवल भारत सरकार की ही नहीं बल्कि भारतीय लोगों की भी है। उन्हें सभी नियमों का पालन करते हुए इस मुश्किल समय में अपने और अपने परिवार की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाना चाहिए।
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रिपोर्ट में कोरोना वायरस को हराने का ज़िक्र भी शामिल है (John Hopkins Report Coronavirus)
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा इस रिपोर्ट में साफ़ तौर पर कहा गया है कि, अभी जुलाई तक का वक़्त भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। ये वो समय होगा जब या तो भारत पूरी तरह से इस बीमारी से जीतकर बाहर निकलेगा या फिर इसका हाल भी इटली जैसा ही होगा। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत कोरोना वायरस की चपेट से अगस्त के अंत तक पूरी तरह से निकलने में कामयाब हो सकता है। इस यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट पेज में भारत के पांच राज्यों को कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित माना गया है। इस रिपोर्ट की माने तो भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या अप्रैल से मई के बीच में काफी ज्यादा बढ़ सकती है। ये वो वक़्त होगा जब हॉस्पिटल में कोरोना वायरस के मरीजों को एडमिट करने के लिए जगह नहीं होगा।
भारत में इतने लोग हो सकते हैं इससे पीड़ित
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुल 25 लाख लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं। इसकी पूरी जानकारी अप्रैल मध्य में ही मिल सकेगी क्योंकि अभी वर्तमान में कोरोना वायरस से कितने लोग पीड़ित हैं इसका सटीक आंकड़ा नहीं है। हो सकता है अभी लोगों में इसके लक्षण काफी कम हो, इसलिए सही आंकड़ा तभी मिल सकेगा जब इसका प्रभाव ज्यादा होगा। इस रिपोर्ट में कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टैन्सिंग के अलावा और कोई अन्य रास्ता नहीं बताया गया है। जब तक लोग अपने घरों में रहेंगे तब तक वो इससे बच सकते हैं।