Lockdown India: एक तरफ जहाँ कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था भी धीरे-धीरे नीचे गिरती जा रही है। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए अब लॉकडाउन की स्थिति को 21 दिनों से आगे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। इसके बाद स्थिति क्या होगी इसका अंदाजा भी अभी किसी को नहीं है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने भाषण में यही कहा है कि लॉकडाउन की इस अवधि में सभी राज्यों पर नजर रखी जाएगी
जहाँ से भी एक भी केस नहीं आया उन राज्यों को कुछ छूट जरूर दी जाएगी। इस दौरान आपको बता दें कि, 40 दिनों तक देश बंद होने की वजह से अर्थव्यवस्था को सबसे बड़ा झटका लगा है। यहाँ आपको विशेष रूप से बताने जा रहे हैं कि, इस अवधि में देश को कितने करोड़ का नुकसान हुआ है।
Lockdown India – इतने करोड़ का नुकसान हुआ देश को
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, लॉकडाउन की वजह से देश का हर प्राइवेट और सरकारी कंपनियों का काम ठप्प पड़ा हुआ है। जो कंपनियां वर्क फ्रॉम होम के द्वारा अपना काम चला रही है उन्हें भी कुछ ख़ास लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में अर्थव्यवस्था को भाड़ी नुकसान उठाना पर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन की अवधि में देश को लगभग 17.58 लाख करोड़ रूपये का भाड़ी नुकसान हुआ है। इस वजह से साल 2020 के जीडीपी दर की बात करें तो यह जीरो ही रहने वाला है। इसकी मुख्य वजह है लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जाना। हालाँकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जान है तो जहान है जैसी बातें भी कही है। इससे साफ़ जाहिर होता है कि, देश के लिए पहले देशवासियों की जाना मायने रखती है फिर कुछ और।
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जानें इस संबंध में क्या कहना है विभिन्न कंपनियों का
जान के साथ साथ जहान का होना भी मायने रखता है ये देश के उस तबके को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है जिसके पास एक टाइम का रोटी खाने के भी पैसे नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था को झटका लगने के साथ ही साथ इस दौरान विभिन्न कंपनियों ने भी इस स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया है। बता दें कि, इस संबंध में कुछ कंपनियों का कहना है कि, लॉकडाउन की अवधि बढ़ाये जाने से देश को अनुमानित 234.4 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है