Amit Shah: कोरोना वायरस की वजह से इस वक्त देश में संकट के हालात पैदा हो गए हैं। ऐसे में देश के अलग-अलग हिस्सों में जिस तरीके से मेडिकल टीम पर लगातार हमले की खबरें सामने आ रही हैं, उससे डॉक्टर नाराज हो गए थे। उन्होंने आज यानी कि बुधवार को सांकेतिक हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया था। केंद्रीय गृह मंत्री ने डॉक्टरों की इस नाराजगी को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से बुधवार को बात की। डॉक्टरों के साथ बातचीत में उन्होंने उनसे सांकेतिक विरोध प्रदर्शन को वापस लेने की अपील की। Amit Shah की ओर से डॉक्टर को इस बात का भरोसा दिलाया गया कि हर वक्त सरकार उनके साथ है। साथ ही कोरोना संकट में डॉक्टरों के संघर्ष की केंद्रीय गृह मंत्री ने तारीफ भी की।
जलाने वाले थे मोमबत्ती
बताया जा रहा है कि देशभर में डॉक्टर मेडिकल स्टाफ पर लगातार हो रहे हमलों के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन के रूप में मोमबत्ती जलाने वाले थे। हालांकि, अब जब गृहमंत्री अमित शाह एवं स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की ओर से डॉक्टरों को आश्वासन मिल गया है तो उन्होंने अपने इस सांकेतिक प्रदर्शन के निर्णय को वापस ले लिया है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई बातचीत
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बुधवार को बातचीत हुई है। इस दौरान डॉक्टरों को हर तरह की सुरक्षा प्रदान किए जाने का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा है कि सरकार उनकी हर तरीके से मदद करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हर परिस्थिति में सरकार उनका साथ देगी। इसी दौरान उन्होंने डॉक्टरों से सांकेतिक हड़ताल न करने को भी कहा।
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कर रहे मांग
गौरतलब है कि हाल ही में स्वास्थ्यकर्मियों पर कई जगहों पर पत्थरों से हमला किया गया है। डॉक्टर्स इस बात से नाराज हो गए हैं और उन्होंने एक विशेष कानून बनाने की मांग कर डाली है। लंबे समय से IMA की ओर से भी डॉक्टरों के साथ होने वाली मारपीट को रोकने के लिए केंद्रीय कानून बनाने की मांग की जा रही है।