Eco Bridge to Save Reptiles: इंसानों के लिए तो आपने पुल बने हुए देखे हैं, लेकिन क्या आपने कभी ऐसा पुल देखा है, जिस पर से इंसान नहीं, बल्कि सांप और छिपकली जैसे रेंगने वाले जीव गुजरते हैं। जी हां, इसी तरह का एक पुल नैनीताल के समीप कालाढूंगी रेंज में तैयार किया गया है।
पुल के निर्माण का मकसद
पुल की लंबाई 70 मीटर की है। यह एक ईको ब्रिज(Eco Bridge) है, जिसे तैयार इस मकसद से किया गया है कि रेंगने वाले जीव इस पुल से आसानी से इधर-उधर जा पाएं और दुर्घटना का शिकार होने से बच जाएं।
कालाढूंगी रेंज के वन अधिकारी अमित कुमार ग्वासाकोटि के मुताबिक 2 लाख रुपये की लागत से इस पुल का निर्माण हुआ है। बांस, रस्सी और घास का उपयोग इस(Eco Bridge) पुल को बनाने में किया गया है
नहीं जाएगी जीवों की जान
इस पुल के बन जाने से सड़क पार करने के दौरान सरीसृप प्रजाति के जीवों को अब जान का खतरा नहीं रहेगा। जंगल से गुजरने वाली सड़क को वे आसानी से पार कर सकेंगे। कालाढूंगी-नैनीताल रोड पर स्थित लाल मिट्टी इलाके में इस(Eco Bridge) पुल को वन विभाग ने लगभग 10 दिनों की मेहनत के बाद तैयार किया है।
भारत के पहले एनिमल पास का भी प्रस्ताव
नीदरलैंड का एनिमल पास बहुत ही मशहूर है जो कि जानवरों को सुरक्षित रास्ता उपलब्ध कराता है। बिल्कुल ऐसा ही एनिमल पास बनाने का प्रस्ताव दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे पर भी है। यदि इसके निर्माण को मंजूरी मिल जाती है, तो यह भारत का पहला एनिमल पास होगा।
यह भी पढ़े
- दिल्ली आने का रास्ता बदला, टिकरी बॉर्डर हुआ ब्लॉक।
- उर्मिला मातोंडकर ने की नई राजनीतिक पारी की शुरुआत, होगी शिवसेना में शामिल
रणथंभौर और राजस्थान के मुकुंदरा वन्यजीव अभयारण्य को जो रणथंभौर वन्यजीव गलियारा जोड़ रहा है, इनकी परेशानियों को इन ओवरपासों के जरिए दूर किया जाएगा।