Bhojpur Temple History In Hindi: भारत को एक बहुत खूबसूरत देश माना गया है। भारत में कई ऐसी जगह है जहां पर आपको खूबसूरती बहुत अच्छे से दिखाई देगी। कभी-कभी हम ऐसी जगह पर पहुंच जाते हैं जो जगह हमें अचंभे में डाल देती है। भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जिन्हें बहुत ही अलग ढंग से बनाया गया है। कुछ ऐसी जगह भी है जिसका काम पूरी तरह से हो नहीं पाया और उसे अधूरा छोड़ दिया गया है फिर भी वह बहुत खूबसूरत लगती है। इन्हीं जगहों में से एक है भोपाल के पास मौजूद भोजपुर का मंदिर, जिसे भोजेश्वर महादेव(Bhojeshwar Mahadev) भी कहा जाता है।
क्या है मंदिर से जुड़ी हुई पूरी कहानी
भोजपुर के मंदिर(Bhojpur Shivling) का काम अभी तक अधूरा है। इसे सदियों से पूरा नहीं किया गया है। मंदिर कितना पुराना है इसके बारे में तो शायद किसी को नहीं पता लेकिन कई इतिहासकार इसे राजा भोज के समय का मंदिर मानते हैं तभी इस मंदिर का नाम भोजपुर मंदिर(Bhojpur Temple History In Hindi) है। माना जाता है कि यह मंदिर 11वीं सदी में बना था । यह मंदिर करीब 1000 साल से भी ज्यादा पुराना है। मंदिर के आसपास आपको एक शिव पार्वती मंदिर और एक जैन मंदिर मिल जाएगा।
इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर में पहले कोई भी छत नहीं थी लेकिन बाद में इस मंदिर की छत बनवाई गई। कुछ इतिहासकार मानते हैं कि इस मंदिर की छत मंदिर को बनाते समय गिर गई होगी तभी इस मंदिर का निर्माण आज तक पूरा नहीं हो पाया है। इतिहासकार मानते हैं कि यह मंदिर एक स्वागारोहण प्रसाद मंदिर है। इसका मतलब यह होता है कि इस तरह की मंदिरों में गुंबद नहीं होता है जो आत्माओं के स्वर्ग गमन की ओर इशारा करते हैं।
क्यों है भोजपुर का मंदिर इतना सुंदर
पुरानी लोक कथा की माने तो होशंगाबाद के सुल्तान होशंग शाह ने राजा भोज के इलाके में आक्रमण कर दिया था जब यह मंदिर बनाया जा रहा था। इसी युद्ध के कारण इस मंदिर का काम पूरा नहीं हो पाया। इस मंदिर का निर्माण कुछ इस तरह से किया जा रहा था ताकि यह सदियों तक चलता रहे और यही एक वजह है कि यह मंदिर 1000 साल से ऐसे ही खड़ा है।
अब चाहे हम इतिहासकारों की माने या फिर लोक कथाओं की लेकिन भोजपुर का मंदिर देखने में वाकई बहुत ही खूबसूरत है और इस मंदिर की ख्याति पूरे भारत में है। भोजपुर मंदिर में जो शिवलिंग(Bhojpur Shivling) है वह 7:5 फीट की है। अगर शिवलिंग का अर्थ और इसका स्टैंड भी मिला लिया जाए तो इस पूरी मूर्ति की हाइट 40 फीट हो जाती है। इस मूर्ति की चौड़ाई 17.8 फीट है। इसीलिए इस मूर्ति को भारत के सबसे ऊंचे शिवलिंग में से एक माना जाता है।
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इस मंदिर के आसपास आप को खेलने के लिए पार्क, शॉपिंग के लिए थोड़ी सी दुकान है जहां पर कई तरह की हैंडमेड चीजें मिलती है और पूरे मंदिर कंपलेक्स में बैठने की कई जगह मिल जाएगी। भोजपुर मंदिर का शिवलिंग(Bhojpur Shivling) बहुत ही खूबसूरत है। भोजेश्वर महादेव मंदिर(Bhojpur Temple History In Hindi) भोजपुर गांव में बसा हुआ है। दरअसल लोगों को यह लगता है कि यह मंदिर का नाम है लेकिन भोजपुर असल में गांव का नाम है जो कि भोपाल से 28 किलोमीटर कि दूरी पर है।