IAS Kaise Bane: बचपन में पढ़ाई करते वक़्त कई सारे बच्चे आपस में बातें करते हैं कि वो बड़े होकर कलेक्टर बनेंगे, डॉक्टर बनेंगे या पायलट आदि बनेंगे। बच्चे जो देखते हैं उनके दिमाग में अक्सर वही बातें ज़्यादातर घूमती है और कई बार ऐसा भी होता है कि यही बच्चे किसी ऐसी घटना से काफी ज्यादा प्रेरित हो जाते हैं जो उन्हें अंदर तक छू जाती है। हालांकि, आजकल के बच्चे भी पहले जैसे नहीं रहे| आज के बच्चे काफी स्मार्ट हो गए हैं| कम उम्र में ही ये काफी कुछ समझने लग जाते हैं। ऐसे में कुछ अपना भविष्य बचपन से ही देखने लग जाते हैं।
आमतौर पर सभी का सपना डॉक्टर, इंजीनियर, जज, पायलट, आदि बनने का ही होता है। इन्हीं में से कुछ बेहद प्रतिभावन होते हैं जो अपनी अलग राह चुनते हैं और आईएस ऑफिसर बनने की इच्छा रखते हैं। आईएस का फुल फॉर्म होता है ‘Indian Administration Services’| आईएस अधिकारी बनने की राह काफी कठिन होती है। आईएस बनने के लिए जरूरी है बचपन से ही प्रतिभावन होना, पढ़ाई में औसत से ज्यादा मेहनत करना और सबसे बड़ी बात ये कि अपने निर्णय के प्रति दृढ़ रहना। यदि कोई छात्र इतना कुछ कर पाने में सफल होता है तब आईएस बनने की राह कुछ हद तक आसान हो जाती है।
12वीं उत्तीर्ण करने के बाद बहुत से युवाओं के मन में रहता है कि आगे अब उन्हें क्या करना है, ताकि उसके अनुरूप वो स्नातक के विषय का चुनाव कर सकें। ऐसे में यदि आप के मन में भी कहीं हैं कि आप आईएस ऑफिसर बन सकते हैं या बनना चाहते हैं तो चलिये आज हम आपको बताते हैं कि एक आईएस बनने के लिए किस-किस प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है|
आईएस ऑफिसर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता
सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएस ऑफिसर बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय से स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसमें कोई बाध्यता नहीं है कि आप विज्ञान वर्ग (Science) से ही स्नातक हों| आप कला वर्ग (Arts) या फिर अन्य किसी भी विषय से स्नातक हैं तो आप इस पद के लिए योग्य हैं।
आईएस ऑफिसर बनने के लिए उम्र सीमा
आईएस की परीक्षा में शामिल होने के लिए कमेटी ने उम्र सीमा भी तय की हुई है और ये उम्र सीमा जातिवार अलग-अलग है। यदि आप सामान्य श्रेणी से आते हैं तो आपके लिए इस परीक्षा में आवेदन के लिए न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 32 वर्ष का होना अनिवार्य है। इसी तरह अगर आप ओबीसी वर्ग में आते हैं तो इसके लिए आप न्यूनतम 21 और अधिकतम 35 वर्ष होने चाहिए। एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 37 वर्ष है तथा दिव्यांगों के लिए यह सीमा 21 से 42 वर्ष तक है। आपको यह भी बता दें कि दिव्यांगों एससी/एसटी अभ्यर्थियों के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं है।
यहां पर आईएस ऑफिसर बनने की चाह रखने वाले अभ्यर्थियों को एक बात और जान लेनी चाहिए कि इस परीक्षा में बैठने के लिए सीमा तय की गयी है। सामान्य श्रेणी वाले 6 बार, ओबीसी वाले 9 बार तथा एससी/एसटी वालों के लिए कोई सीमा नहीं है।
साल में सिर्फ एक बार होती है परीक्षा
यदि आप आईएस ऑफिसर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इन सभी योग्यताओं को पूरा करना होता है और जब आप इसे पूरा कर लेते हैं तो इसके बाद आपको अखिल भारतीय सिविल सेवा All India Civil Service Exam (CSE) की परीक्षा देनी होती है। जानकारी के लिए बता दें कि यह परीक्षा साल में सिर्फ एक ही बार होती है। इस परीक्षा का संचालन UPSC द्वारा किया जाता है और यह परीक्षा अमूमन दिसंबर से जनवरी माह में होती है। परीक्षा दो चरण में होती है- प्री और मेंस।
साक्षात्कार से पड़ता है गुजरना
UPSC द्वारा आयोजित इस परीक्षा में जो अभ्यर्थी अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होते हैं उनका चयन किया जाता है और फिर आगे की प्रक्रिया होती है। आपको यह भी बता दें कि यह परीक्षा उत्तीर्ण कर लेने का यह अर्थ कभी नहीं है कि अब आप आईएस ऑफिसर बन गए हैं। इसके बाद आपको साक्षात्कार से गुजरना पड़ता है। फिर उसके बाद सबसे आखिर में भी कुछ प्रक्रियाएं होती हैं जैसे कि आप के अंकपत्रों की जांच और आपका बैकग्राउंड चेक. ऐसा इसलिए क्योंकि आप एक प्रतिष्ठित पद पर सेवरत होने जा रहे हैं|