Things To Discuss Before Marriage In Hindi: शादी जीवन का एक बहुत अहम फैसला माना जाता है। ऐसे में शादी का डिसीजन लेना जीवन को नए मोड़ पर ले जाना होता है। शादी सिर्फ दो लोगों के बीच का संबंध नहीं बल्कि यह दो परिवारों के बीच का भी संबंध होता है। शादी सामाजिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। अपने जीवन को नई दिशा देने के लिए और पारिवारिक जीवन को अपनाने के लिए शादी का बंधन पहला सामाजिक कदम माना जाता है।
ये तो हम सभी जानते हैं कि शादी जीवन भर का रिश्ता है, ऐसे में जीवनसाथी को चुनने में कोई जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। शादी का निर्णय बहुत सोच समझ कर लेना चाहिए, यदि आप अपना पूरा जीवन किसी के साथ बिताने की तैयारी कर रहे हैं, तो आप दोनों को कुछ चीजों में एक जैसी राय का रखना आवश्यक होता है।इसके लिए आपको अपने होने वाले लाइफ पार्टनर से इन मुद्दों पर डिस्कस कर लेना चाहिए। जिससे शादी के बाद किसी भी प्रकार का आपसी मतभेद ना होने पाएं।
आइए जानते हैं वह कौन-कौन सी बातें हैं, जिन्हें शादी से पहले अवश्य डिस्कस करनी चाहिए।
पारिवारिक परंपराओं और पूजा पाठ
हर परिवार के अपने रीति रिवाज और परंपराएं होती हैं। ऐसे में जरूरी नहीं कि आप के घर में भी वही रीति रिवाज निभाए जाएं। ऐसे में आपको शादी से पहले अपने होने वाले पति से घर की परंपराएं पूजा पाठ संबंधित नियम और संस्कार के बारे में बात कर लेना चाहिए। हो सकता है, आप दोनों में से कोई धार्मिक प्रवृत्ति का हो और दूसरा नहीं, या फिर दोनों वर्किंग हैं तो कौन कितना समय और डेडिकेशन घर की परंपराओं के लिए दे पाएगा यह भी आपस में सुनिश्चित करें। अक्सर घर की परंपराओं और रीति-रिवाजों के लिए लड़कियों पर विशेष दबाव रहता है। ऐसे में यदि इन बातों को शादी से पहले डिस्कस कर लिया जाए तो जीवन की छोटी-छोटी परेशानियां कम हो सकती है।
आर्थिक मामले
शादी से पहले एक दूसरे की आर्थिक परिस्थिति को जानना जरूरी है। ऐसे में एक दूसरे की तनख्वाह के बारे में पूछना बिल्कुल भी गलत नहीं है। अपनी सैलरी, सेविंग मोड, खर्चे और जिम्मेदारियों के बारे में बात करें,और साथ ही इस बारे में भी चर्चा जरूर करें कि शादी के बाद आप यह सब कैसे संभालेंगे। आपस में यह भी सुनिश्चित करें कि शादी के बाद आप दोनों आधा-आधा खर्चा उठाना चाहते हैं या फिर एक घर खर्ज का ध्यान रखेगा, और दूसरे की सैलरी भविष्य के लिए सेव की जायेगी। आपस में एक दूसरे के कैरियर ग्रोथ को लेकर भी डिस्कस करें। करियर के साथ-साथ जीवन के उतार-चढ़ाव की जिम्मेदारियों को उठाने में एक दूसरे का आर्थिक सहयोग भी सुनिश्चित करें।
फैमिली प्लानिंग
आपको शादी से पहले फैमिली प्लानिंग की बात थोड़ी अजीब लग रही होगी। परंतु यह एक अहम मुद्दा है जिस पर शादी से पहले डिस्कस जरूर करना चाहिए। कभी-कभी परिवार के लोग लड़की पर जल्दी बच्चे करने का, या लड़का लड़की या दो तीन बच्चे का दबाव डालते हैं। ऐसे में आपके करियर और पर्सनल लाइफ डिस्टर्ब हो सकती हैं। इसलिए फैमिली प्लानिंग शादी से पहले ही डिस्कस कर लें। कभी-कभी आप दोनों में से कोई बच्चा गोद लेना चाहता है ,ऐसे में आपको अपने पार्टनर की बात को महत्व देना चाहिए, और अपनी सहमति भी रखनी चाहिए। एक दूसरे के विचारों को महत्व देते हुए फैमिली प्लानिंग करनी चाहिए। आप इस बात पर भी बात कर सकते हैं, कि एक बच्चे के बाद दूसरे बच्चे के बीच में कितने साल का गैप होना चाहिए।
पर्सनल स्पेस
शादी के संबंध में एक दूसरे का स्वभाव और एक दूसरे की भावनाओं कदर करना जरूरी होता है ।रिश्तो में हर किसी को आजादी और पर्सनल स्पेस की जरूरत होती है ,और अगर आप दोनों को पूरी उम्र साथ रहना है, तो आप दोनों को एक दूसरे को पर्सनल स्पेस देना चाहिए। शादी से पहले एक दूसरे का स्वभाव , आदतों के बारे में जरूर जाना चाहिए। शादी के बाद आपको अपने लिए, अपने परिवार, दोस्तों के लिए कितना समय चाहिए ।वह कौन सी चीज है जो आप दोनों अकेले करना पसंद करेंगे इन सभी मुद्दों पर एक दूसरे से बात करें। किसी भी फैसले पर एक दूसरे को शामिल करें।
वर्किंग टाइम और शेड्यूल्स को लेकर
शादी से पहले अपने वर्किंग पीरियड और टाइम को लेकर जरूर डिस्कस करें। कभी-कभी दोनों कपल के वर्किंग होने की वजह से घर में तनाव बढ़ जाता है। कभी-कभी डे शिफ्ट या नाइट शिफ्ट में भी काम पड़ सकता है ऐसे में सुनिश्चित करें ,कि यदि आपको नाइट शिफ्ट में काम करना पड़ता है, या लंबे ट्रेवल में जाना पड़ सकता है तो घर की जिम्मेदारी दोनों एक साथ बखूबी निभाए। लड़कियों को इस बारे में बात जरूर करनी चाहिए क्योंकि ऑफिस रिलेटेड ट्रैवलिंग के लिए, नाइट शिफ्ट के लिए उन्हें भविष्य में परेशानी ना उठानी पड़े।
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