सपने वह नहीं जो आपको बंद आंखों से दिखे, बल्कि वह है जो आपको आंख बंद करने का मौका ही न दे. यह इंस्पिरेशन वाले विचार ‘डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम’ के हैं. समाज मे जन्म लेने वाले हर इंसान का जीवन मे एक मकसद होता है, जिसे हम आसान भाषा मे सपना कह देते हैं. ऐसा ही सपना देखा था भारतीय मूल के गायक-संगीतकार एवं गीतकार प्रतीक कुहाड़ ने. पिछले कुछ दिनों से इस नाम की चर्चा पूरी दुनिया मे हो रही है, खासकर एशिया के देशों में. अगर आप भी इस सर्च में शामिल हैं तो यह लेख आगे पढ़ते रहें.
इस कारण आए सुर्खियों में
31 दिसंबर, 2019 के गुजरने के साथ ही 2019 का भी शुभ अंत हो गया. लेकिन जैसे-जैसे नया साल नजदीक आता है तो सभी अपने मुताबिक बेस्ट की लिस्ट बनाते हैं, जिसमे बेस्ट मूवीज, बेस्ट एक्टर और बेस्ट एक्ट्रेसेस के साथ-साथ शामिल होते हैं बेस्ट सांग्स. प्रतीक कुहाड़ के सुर्खियों में आने का सबसे मुख्य कारण इसी तरह की एक लिस्ट है. बराक ओबामा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने चुनिंदा पसंदीदा गीत सभी से शेयर किए, जिसमें एक गीत के शब्द ‘Cold/Mess’ था. इसी के बाद गायक, गीतकार और संगीतकार प्रतीक कुहाड़ की हर जगह जमकर प्रशंसा हो रही है.
कौन हैं प्रतीक कुहाड़
प्रतीक कुहाड़ हम सभी की तरह एक आम इंसान है. लेकिन अपनी नियमित मेहनत और म्यूजिक की लगन से आज एक खास मुकाम हासिल कर चुके हैं. जयपुर में साल 1990 के 3 मार्च को जन्मे प्रतीक कुहाड़ ने 16 साल की उम्र में गिटार से दोस्ती कर ली. कुछ ही सालों में वह गाने के बोल भी लिखने लगे थे. शुरूआती पढ़ाई जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह विद्यालय से की तो उसके बाद न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से गणित और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई पूरी करी. लेकिन यह अपना मन तो संगीत को ही डेडिकेट कर चुके थे इसीलिए दिल्ली में आकर अपने सपने को पंख देने में जुटे रहे और यह तय कर लिया कि म्यूजिक से अपनी दोस्ती लंबे समय तक निभानी है.
कई अवार्ड्स के हैं मालिक
प्रतीक कुहाड़ अपने करियर में कई अवार्ड्स भी हासिल कर चुके है. इसमें सबसे प्रमुख MTV यूरोप म्यूजिक अवार्ड है. इसके अलावा ‘indie एल्बम ऑफ द ईयर’ भी आता है जो एप्पल आईट्यून ने दिया. इसके अलावा इन्हें अनेको अवार्ड्स मिले हैं. इसमें एक स्पेशल अवार्ड का जिक्र करना भी जरूरी है. प्रतीक कुहाड़ ने साल 2016 में अंतर्राष्ट्रीय गीत लेखन प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया. ये अवार्ड्स इस बात को साबित करते हैं कि प्रतीक कुहाड़ मल्टी टैलेंटेड हैं.
हिंदी फिल्मों में भी दे चुके हैं आवाज
साल 2018 में आई फ़िल्म ‘कारवां’ में प्रतीक कुहाड़ अपने हुनर का लोहा मनवा चुके हैं. इस फ़िल्म के दो गाने जिसमें से एक गाना ‘सांसे’ और दूसरा गाना ‘कदम, ये दोनों गाने के बोल, गीत और गायक का कार्य खुद प्रतीक कुहाड़ ने ही किया.
किया ओबामा के साथ पूरे विश्व का ध्न्यवाद
जैसे ही यह खबर प्रतीक कुहाड़ के पास पहुंची कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के बेस्ट सांग की लिस्ट में उनके गाने कोल्ड/मेस ने भी जगह बना ली, तो यह सुनकर वह खुद को ट्वीट पर उनका धन्यवाद देने से रोक न पाए. उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा कि “यह अभी हुआ, लगता है मैं आज रात सो नहीं पाऊंगा, मुझे बेहद खुशी हो रही है. मुझे कोई भी आईडिया नहीं उनके पास मेरा यह गाना कैसे पहुंचा. इससे बेहतर 2019 का अंत नहीं हो सकता था. धन्यवाद बराक ओबामा, धन्यवाद पूरी दुनिया को”.