बॉलीवुड सिर्फ एक फिल्म उद्योग या अमेरिका के हॉलीवुड का कोई चचेरा भाई नहीं है। यह एक भावना है जो की समय के साथ-साथ इस दुनिया के लोगों के बीच बढ़ती जा रही है। जहाँ हम बॉलीवुड द्वारा पहले इस्तेमाल की गई समस्याग्रस्त कथाओं को बदलना जारी रखते हैं, वहां केवल फिल्में और पात्र हैं जो हमेशा हमारे दर्शकों पर उनके अद्भुत प्रभाव के लिए साथ रहेंगे।
15 Bollywood Hindi Dialogues जो लाजवाब थे और लाजवाब रहेंगे।
- कौन कम्बख्त है जो बर्दाश्त करने के लिए पीता है, मैं तो पीता हूँ की बस सांस ले सकूं।
 - सलीम तुझे मरने नहीं देगा, और हम, अनारकली तुझे जीने नहीं देंगे।
 - जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।
 - तुम अहंकार हो, तुमको मरना होगा, मैं आत्मा हूँ, अमर हूँ।
 - बाबूमोशाय, ज़िन्दगी और मौत ऊपर वाले के हाथ है। उसे ना आप बदल सकते हैं ना मैं।
 - आपके पाँव देखे, बहुत हसीन हैं। इन्हे ज़मीन पर मत उतारियेगा, मैले हो जायेंगे।
 - खामोश।
 - सारा शहर मुझे लायन के नाम से जानता है
 - कितने आदमी थे
 - मेरे पास माँ है।
 - डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
 - इंग्लिश इस अ वैरी फनी लैंग्वेज
 - मोगाम्बो खुश हुआ।
 - रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह।
 - जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है।
 
कुछ फिल्में और कलाकार हमेशा उनकी कहानियों के लिए जाने जाते हैं और उन्हें विशेष रूप से संवाद के लिए याद किया जाएगा।
हर एक मजबूत डायलाग जो की फिल्म की पटकथा को देखते हुए बोला गया हो, वह हमेशा याद रहता है। असल में, कुछ संवाद हैं जो उन अभिनेताओं के लिए पहचान बन जाते हैं जिन्होंने उनको फ़रमाया था।
हमने बॉलीवुड की फिल्मों के 15 सबसे प्रसिद्ध बॉलीवुड डायलॉग्स को एकत्रित किया है। वे सदाबहार हैं और हर हफ्ते रिलीज होने वाली फिल्मो के डायलॉग्स को आज भी चुनौती देते हैं।
1 . देवदास – दिलीप कुमार
‘कौन कम्बख्त है जो बर्दाश्त करने के लिए पीता है, मैं तो पीता हूँ की बस सांस ले सकूं।’

2 .मुग़ल-ए-आज़म – पृथ्वीराज कपूर
‘सलीम तुझे मरने नहीं देगा, और हम, अनारकली तुझे जीने नहीं देंगे।’

3 .वक़्त – राजकुमार
‘जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।’

4 .गाइड – देव आनंद
‘तुम अहंकार हो, तुमको मरना होगा, मैं आत्मा हूँ, अमर हूँ।’

5 . आनंद- राजेश खन्ना
‘बाबूमोशाय, ज़िन्दगी और मौत ऊपर वाले के हाथ है। उसे ना आप बदल सकते हैं ना मैं।’

6 .पाकीज़ह – राजकुमार
‘आपके पाँव देखे, बहुत हसीन हैं। इन्हे ज़मीन पर मत उतारियेगा, मैले हो जायेंगे।’

7 . बदला- शत्रुघ्न सिन्हा
‘खामोश।’

8 . कालीचरण- अजित खान
‘सारा शहर मुझे लायन के नाम से जानता है’

9 . शोले- अमजद खान
‘कितने आदमी थे’

10 . दीवार – शशि कपूर
‘मेरे पास माँ है।’

11 . डॉन- अमिताभ बच्चन
‘डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।’

12 . नमक-हलाल – अमिताभ बच्चन
‘इंग्लिश इस अ वैरी फनी लैंग्वेज’

13 . मिस्टर इंडिया – अमरीश पूरी
‘मोगाम्बो खुश हुआ।’

14 . शहंशाह- अमिताभ बच्चन
‘रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह।’

15 . दामिनी- सनी देओल
‘ जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है।’

क्या यह डायलॉग्स आपको उस समय की याद नहीं दिलवाते हैं, जब आपने इन फिल्मो और सीन को पहली बार देखा होगा।