Sikh Gurdwara In Afghanistan: देश दुनिया में इतनी ज्यादा नफरत बढ़ती जा रही है जिसके चलते आए दिन हमले होते रहते हैं। अभी हाल ही में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित एक पुराने शहर के बीचों-बीच एक मशहूर गुरुद्वारे में कुछ बंदूकधारी ने जबरदस्ती घुस कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। यह वारदात बीते बुधवार की है जिसमें 24 लोग इस हमले के शिकार हुए और मौत के हवाले कर दिए गए। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि गुरुद्वारे में लगभग 7:45 बजे के समय बंदूकधारियों द्वारा हमला किया गया था। मुस्लिम समाज के बीच उस स्थान पर सिख समुदाय बहुत ही अल्पसंख्यक मात्रा में है।
घटना के तुरंत बाद अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय से संबंधित पुलिस वहां पर पहुंच चुकी थी लेकिन उसके बाद भी गोलीबारी जारी रही। इस दौरान अफगानिस्तान पुलिस द्वारा लगभग 11 बच्चों को गुरुद्वारे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सूत्रों के अनुसार बताया गया कि बाद में भी 3 बंदूकधारी लोग पुलिस के साथ मुठभेड़ करते नजर आए जिसमें से एक को पुलिस द्वारा गोली से मार दिया गया।
काबुल में गुरुद्वारे पर हमले में 24 लोगों की मौत, इस्लामिक स्टेट ने ली जिम्मेदारी (Sikh Gurdwara In Afghanistan)
गुरुद्वारे में मौजूद एक व्यक्ति जिसका नाम सांसद नरेंद्र सिंह खालसा बताया जा रहा है उसने पुलिस को मौका ए वारदात का चश्मदीद होने के साथ-साथ गुरुद्वारे के नजदीक पहुंच कर तुरंत फोन किया था। नरेंद्र सिंह द्वारा बताया गया कि जिस समय गुरुद्वारे पर हमला हुआ उस समय लगभग 150 लोग गुरुद्वारे के अंदर फंसे हुए थे। पुलिस अपने भरसक प्रयास से हमलावरों को गुरुद्वारे से बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी।
हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने भी अब तक नहीं ली है परंतु समाचार एजेंसी ने बताया है कि तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने अपने बयान में कहा कि चोर बाजार इलाके में हुए इस हमले में तालिबान का तो कोई हाथ नहीं है। इस रूढ़िवादी हमले के दौरान अल्पसंख्यक सिखों को मुस्लिम समाज के बीच में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है उनका कहना है कि इस्लामी कट्टरपंथी लगातार उन्हें निशाना बनाकर हमला करते रहते हैं।
पहले भी कई बार उन पर इसी प्रकार के हमले हो चुके हैं जिसके चलते अफगानिस्तान में मौजूद बड़ी संख्या में सिखों और हिंदुओं ने भारत में आकर शरण ले लिया है। इसी प्रकार जुलाई 2018 में इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमलावर ने अफगानिस्तान में मौजूद हिंदू और सिखों के काफिले पर बहुत भयंकर हमला किया था जिसमें 19 लोगों ने अपनी जान गवा दी थी।