Coronavirus Vaccine: पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस का वैक्सीन एक अहम चर्चा का विषय है। सभी देश इस वैक्सीन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। कुछ देशों ने वैक्सीन बना लेने का भी दावा किया है। अमेरिका, रूस और ब्रिटेन के साथ ही भारत भी वैक्सीन बनाने की दिशा में कर रहा है। बीते 15 अगस्त को देश के 74 वें स्वतंत्रता दिवस(Independence Day) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने लाल किले से भाषण के दौरान यह बात कही कि, भारत में भी कोरोना के तीन वैक्सीन(Coronavirus Vaccine) टेस्टिंग प्रक्रिया में है। यहाँ हम आपको उन्हीं तीन वैक्सीन और उनके कब तक लॉन्च होने की संभावना है के बारे में बताने जा रहे हैं।
भारत में ये तीन कंपनियां कर रही है कोविड-19 के वैक्सीन बनाने का काम
एबीपी न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार इंडिया में फिलहाल तीन ऐसी फार्मा कंपनियां हैं जो कोरोना वायरस के वैक्सीन(Coronavirus Vaccine) बनाने का काम कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार ये तीनों भारतीय कंपनियां वर्तमान में वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण पर काम कर रही हैं। माना जा रहा है कि, तीसरे चरण का ट्रायल पूरा होने में अभी कुछ वक़्त लग सकता है। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि, तीसरे चरण का ट्रायल शुरू होते ही वैक्सीन मार्केट में लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने बीते दिनों अपने भाषण में जिन तीन वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों का जिक्र किया था वो हैं, आईसीएमआर, जायडस कैडिला और सीरम इंस्टिट्यूट जहाँ इंडिया और ऑक्सफ़ोर्ड मिलकर वैक्सीन बना रहे हैं।
ये हैं वो तीन वैक्सीन जिन्हें भारत में बनाया जा रहा है (Coronavirus Vaccine)
कोवैक्सीन
बता दें कि, इस वैक्सीन को भारत बायोटेक और आईसीएमआर ने मिलकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ विरोलॉजी(National Institute of Virology) में बनाया है। यह इंडिया की पहली संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन है जिसका ह्यूमन ट्रायल दिल्ली, पटना, चंडीगढ़ और भुवनेश्वर सहित देश के अन्य बारह जगहों में चल रही है। इस वैक्सीन(Coronavirus Vaccine) को आम लोगों के लिए बनाने का काम आने वाले दिनों में कंपनी के हैदराबाद स्थित कारखाने में किया जाएगा।
जायकोवी-डी
इस वैक्सीन का निर्माण जायडस कैडिला(Zydus Cadila) फार्मा कंपनी द्वारा किया गया है। इस कंपनी ने इस वैक्सीन को प्लाज़्मिड डीएनए की मदद से बनाया है। इस वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल छह अगस्त से शुरू कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार जायकोवी-डी(ZyCoV-D) अभी ट्रायल के दूसरे चरण में है। इस वैक्सीन(Coronavirus Vaccine) के पहले चरण का ट्रायल पूरी तरह से बिना किसी नुकसान के था जिसे काफी सराहना भी मिली है। इस वैक्सीन का परिक्षण 15 जुलाई से शुरू किया गया था।
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कोविशील्ड
जानकारी हो कि, यह वहीं वैक्सीन है जिसका निर्माण भारत ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी(Oxford University) के साथ मिलकर कर रहा है। बता दें कि, इस वैक्सीन को बनाने का काम पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट में चल रहा है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि, इस वैक्सीन(Coronavirus Vaccine) को बनाने का काम इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार सिरम इंस्टिट्यूट कोविशील्ड वैक्सीन पर काम रही है और इसके तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल अभी प्रोसेस में है। इस महीने के आखिर तक इसका ह्यूमन ट्रायल(Human Trial) शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।