Chhatrapati Shivaji Facts: छत्रपति महाराज को शिवाजी राजे भोसले के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म फरवरी 1630 में पुणे के शिवनेरी दुर्ग नगर में हुआ था। इनके पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जीजाबाई था। उनके पिता जी बीजापुर के दरबार में उच्चाधिकारी थे। उनका लालन पालन उनकी माता की देख रेख में में हुआ था। दादोजी कोंडदेव जी ने युद्ध का प्रशिक्षण और प्रशासन की शिक्षा शिवाजी को दी थी। शिवाजी ने पश्चिम भारत में 1674 में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी।
छत्रपति शिवाजी महाराज को उनके बुद्धिमता, कुशल शासक, अदम्य साहस, कूटनीति और महान योद्धा के रूप में पुरे भारत में जाना जाता है। महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी शौर्य और साहस की जीती-जागती मिसाल थे।
आइए जानते है, छत्रपति शिवाजी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Chhatrapati Shivaji Facts)
- छत्रपति शिवाजी औरतों पर किसी भी तरह के अत्याचार के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने अपने सैनिको को निर्देश दिये थे, कि छापा मारते वक्त किसी भी महिला को नुकसान नही पहुचना चाहिए।
- छत्रपति शिवाजी दयालु स्वभाव के थे। युद्ध में जो लोग आत्म-समर्पण कर देते थे। वे उन्हें अपनी सेना में शामिल कर लेते थे।
- शिवाजी महाराज को “पहाड़ी चूहा” या “माउंटेन रैट” कहा जाता था। क्युकी वो अपने क्षेत्र में कही पर भी हमला करके गायब हो जाते थे।
- बहुत से लोग मानते है कि शिवाजी का नाम भगवान शिव के नाम से लिया था। लेकिन उनका नाम क्षेत्रीय देवता शिवई के नाम से लिया गया है।
- छत्रपति शिवाजी एक धर्म निरपेक्ष शासक थे। वे जनता की सेवा को ही अपना धर्म मानते थे।
- शिवाजी को गोरिल्ला रणनीति के नाम से पूरे विश्व में जाना जाता है।
- शिवाजी का विवाह 14 मई 1640 में सइबाई निम्बालकर के साथ हुआ था।
- 1674 में रायगढ़ में शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ था। यहीं पर उन्हें छत्रपति की उपाधि मिली।
- अप्रैल 1680 में बीमारी की वजह से शिवाजी महाराज की मृत्यु हो गयी थी।
- छत्रपति शिवाजी के स्वर्ग सिधार जाने के बाद उनके बड़े बेटे सम्भाजी को उत्तराधिकारी बनाया गया और उन्होंने उनकी लड़ाई को बरकरार रखा।
शिवाजी के मौत के 27 वर्ष बाद तक मुगलो और मराठो के बीच युद्ध चला और अंत में मुगलो की हार हुई। इसके बाद अंग्रेजो ने मराठा साम्राज्य को समाप्त किया था। मराठी लोगो के लिए शिवाजी महाराज देवता के समान थे। हिन्दुओ में उनका बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। अगर शिवाजी के इन रोचक तथ्यो में भूलवश कुछ गलत लिखा हो तो क्षमा करे।
प्रशांत यादव