Coronavirus Outbreak: कोरोना वायरस के कहर को फैलने से रोकने के लिए देशभर में बीते 24 मार्च से लॉकडाउन घोषित है, जो फिलहाल 17 मई तक है। माना जा रहा है कि 17 मई के बाद लॉकडाउन खुल जाएगा और एयरलाइंस इसको लेकर तैयारियां भी कर रही हैं। एयरलाइंस ये मान रही हैं कि 17 मई के बाद एक बार फिर से उड़ान भरी जाएगी, जिसकी वजह से सुरक्षा के नए नए नियमों पर विचार विमर्श चल रहा है, ताकि कोरोना वायरस के खतरे को कम किया जा सके। तो चलिए जानते हैं कि कोरोना की जंग के बीच कैसे भरी जाएगी उड़ान?
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जब लॉकडाउन के बाद फ्लाइट्स चालू होंगी, तो उसमें यात्रा का एक अलग अनुभव महसूस किया जाएगा। दरअसल, कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एयरपोर्ट पर तरह तरह के इंतजाम किए जाएंगे, ताकि संक्रमण का खतरा कम हो। इसके लिए अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी, ताकि लोग कम से कम चीज़ें टच करें और कोरोना की जंग में भारत को जीत मिले।
अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली का होगा अनुभव (Coronavirus IGI Airport all set for Safety after Lockdown)
बताया जा रहा है कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों को लॉकडाउन खत्म होने के बाद सफर करने पर अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली का अनुभव होगा। दरअसल, दिल्ली एयरपोर्ट पर स्पेशल रूप से डिज़ाइन किए गए पराबैंगनी आधारित सुरंगों में चेक प्वाइंट ट्रे और सामान को कीटाणुरहित करने के लिए, टर्मिनल क्षेत्र में फ्लोर पर कीटाणुरहित और यूवी युक्त डिवाइस के लिए मोबाइल यूवी टॉवर का इस्तेमाल देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं, अब यात्री ट्रॉली कीटाणुशोधन प्रणाली और यात्री सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर मैट जैसी सुविधाओं की शुरुआत होगी, ताकि कीटाणु के खतरे को कम किया जा सके।
सैनिटाइज़र रसायनों का होगा इस्तेमाल
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि जब फिर से उड़ान शुरु होगी, तो पूरा एयरपोर्ट सैनिटाइज रहेगा। ऐसे में यात्रियों के जूते तक को भी सैनेटाइज करने की व्यवस्था की गई है। एयरपोर्ट पर मैट लगा रहेगा, जो सैनेटाइज रहेगा। इसके अलावा, वॉशरुम में नल और अन्य चीज़ों को भी सैनेटाइज करने की व्यवस्था बना लगी गई। इतना ही नहीं, नल को हाथों से नहीं अब पैरों से चलाया जाएगा। साथ ही कई जगह सैंसर वाले नल भी हैंं, जिन्हें टच करने की ज़रूरत नहीं होगी। कहा जा रहा है कि एयरपोर्ट को अब कीटाणुरहित बनाया जा रहा है, जिसके लिए लगातार काम किया जाए रहा है।
यात्रियों की सुरक्षा किसी भी कीमत पर
डीआईएएल के प्रवक्ता ने कहा कि डायल कोरोना वायरस संकट के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे काम कर रहा है, ताकि किसी भी तरह का कोई जोखिम न हो। रिपोर्ट की माने तो लोग बीते 5 दिनों से लगातार काम कर रहे हैं, जिसकी वजह से अब यात्रीगण एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक सुरक्षा को महसूस कर सकेंगे और उनकी यात्रा बिल्कुल सुरक्षित रहेगी।
मेडिकल सर्टिफिकेट पर भी हो रही है बात
सूत्रों की माने तो लॉकडाउन के बाद फ्लाइट्स चालू होंगी, तो उसमें केवल स्वस्थ लोग ही सफर कर सकेंगे, जिसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ सकती है। हालांकि, अभी इस पर सिर्फ विचार ही हो रहा है, लेकिन कोरोना को फैलने से रोकने के लिए ये एक अहम कदम हो सकता है।
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