भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल हुआ। इन्होने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा राजस्थान के अजमेर मे मिलिट्री स्कूल से पूरी की थी और आगरा यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पोस्ट-ग्रेजुएशन की। 1968 मे केरल बैच मे ये आईपीएस अफसर चुने गए और इसके चार साल बाद ये IB इंटेलिजेंसी ब्यूरो से जुड़ गए। और इनकी ज़िन्दगी का ज्यादातर समय ख़ुफ़िया विभाग मे बीता। ये एकमात्र ऐसे भारतीय है जो सैन्य सम्मान कीर्ति चक्र से सम्मानित है और इस सम्मान को पाने वाले पहले अफसर है।
यह भारत के ऐसे शख्स है, जिन्होंने खुलेआम पाकिस्तान को चतवनी दी की भारत को अगर अलग करने की कोशिश की तो बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर दिया जायेगा। और ये पाकिस्तान के लाहौर में धर्म बदलकर 7 साल तक मुसलमान बनकर रहे।
जाने अजीब डोभाल के रोमांचीक किसे (Interesting Facts about Ajit Doval)
इन्होने ब्लू स्टार ऑपरेशन मे एक जासूस बनने की भूमिका निभाई और भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी निकाली। जिससे सैन्य ऑपरेशन सफल हुआ।
डोभाल ने जम्मू-कश्मीर में घुसपैठियों और शांति के पक्षधर लोगों के बीच काम किया और कई आतंकियों को सरेंडर कराया था।
डोभाल ने अपनी ज़िन्दगी के 33 साल भारत के नार्थ-ईस्ट, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में खुफिया जासूस बनकर काम किया, जिसमे उन्होंने कई अहम ऑपरेशन को आजम दिया।
भारत सरकार ने 30 मई, 2014 को अजीत डोभाल को देश के 5वें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में इनकी नियुक्त की.