WHO इस वक्त पूरी दुनिया में हर किसी की जुबान पर कोरोना वायरस का ही नाम है। दुनिया का कोई भी हिस्सा अब कोरोनावायरस की पहुंच से अछूता नहीं रह गया है। न केवल इससे संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है, बल्कि मरने वालों की तादाद में भी इजाफा होने लगा है। भारत भी इससे अछूता नहीं रह गया है और यहां भी अब कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है।
मन में उठते सवाल
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। कई लोग अभी भी इस बात को लेकर निश्चिंत नहीं हैं कि कोरोना वायरस का फैलाव किन-किन तरीकों से हो रहा है। बहुत से लोग यह जानना चाह रहे हैं कि क्या कोरोना वायरस का फैलाव अन्य माध्यमों के अलावा हवा के जरिए भी हो रहा है, जैसे कि पहले की कई संक्रामक बीमारियों का हुआ है? यह सवाल इन दिनों बहुत पूछा जा रहा है और सोशल मीडिया में इसे लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। ऐसे में लोगों की इस शंका का समाधान करने के लिए खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी कि WHO आगे आ गया है और उसकी ओर से इसे लेकर सफाई दी गई है।
नहीं फैलता हवा से (WHO)
कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को लेकर WHO की ओर से बताया गया है कि हवा के जरिए कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैल रहा है। WHO का कहना है कि जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई इंसान हंसता है, छींकता है या फिर बोलता है तो उस दौरान उसके मुंह से जो ड्रॉपलेट्स बाहर आकर जमीन पर गिरते हैं या फिर किसी व्यक्ति पर पड़ते हैं तो उसके जरिए इस वायरस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है।
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रखें इन बातों का ख्याल
WHO की ओर से कोरोना वायरस से बचने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं, जिनमें से पहला बताया गया है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक दूसरे से कम-से-कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। साथ ही किसी भी सतह को छूने के लिए मना किया गया है और छूने की स्थिति में इसके तुरंत बाद हाथ को धो लेने की सलाह WHO की ओर से दी गई है। इसके अलावा अपनी आंख, नाक, कान और मुंह आदि को बार-बार छूने से बचने की भी सलाह WHO ने दी है।