Maharashtra Aurangabad: घर पहुंचने की आस लिए करीब 16 मजदूर चल पड़े, लेकिन उन्हें क्या पता था कि अब उनकी सांसे भी उनका साथ छोड़ देंगी और फिर न वे अपने परिवार वालों से मिल सकेंगे और न ही उन्हें एक बार गले लगा सकेंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 मजदूर की मौत की, जो घर के लिए निकले तो थे, लेकिन अब कभी घर की शक्ल भी नहीं देख पाएंगे।
शुक्रवार की सुबह मानो एक मनुसियत अपने साथ ले आई, तभी तो 16 परिवारों में एक साथ मौत का तांडव मच गया और पूरे देश की आंखों में आंसू दे गया। खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बदनापुर-करमाड रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने 16 से अधिक मजदूरों को कुचल दिया, जिससे कोहराम मचा गया। इस दर्दनाक हादसे में 16 मजदूरों की मौत हो, तो वहीं कुछ अन्य मजदूर गंभीर रुप से घायल हैं।
मध्यप्रदेश के रहने वाले थे मजदूर – Maharashtra Aurangabad
इंडियन रेलवे की तरफ से जारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, जिन मजदूरों की मौत हुई है, वे सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, जो महाराष्ट्र के जालना में एसआरजी कंपनी में कार्यरत थे। मिली जानकारी के मुताबिक, 5 मई को इन सभी मजदूरों ने जालना से अपना सफर शुरू किया, लेकिन इससे पहले इनका सफर खत्म हो कि इनकी ज़िंदगी ही थम गई। बताया जा रहा है कि पहले ये सभी सड़क के रास्त से आ रहे थे, लेकिन फिर रेलवे ट्रैक के साथ चलना शुरु किया और अपनी मंजिल पर पहुंच न सकें।
थक हार के सो गए थे मजदूर
मीडिया रिपोर्टस की माने तो लगभग 36 किलोमीटर तक पैदल चलने के बाद थक हार के 16 मजदूर रेलवे ट्रैक पर सो गए, जिसमें से कुछ मजदूर थोड़ी दूर पर सोए हुए थे। बता दें कि जो मजूदर रेलवे ट्रैक पर सोए थे, वे सोए ही रह गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
यह भी पढ़े: गहरी नींद में सो रहे थे लोग, तभी हुआ दर्दनाक हादसा, सामने आई गैस लीक होने की वजह
शिवराज सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है, ताकि उन्हें थोड़ी सी सहायता राशि प्राप्त हो सके। इसके अलावा, घायलों की स्थिति पर लगातार नजर रखा जा रहा है और उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने का भी दावा किया जा रहा है।