Coronavirus: कोरोना वायरस का संक्रमण इस वक़्त वैश्विक तौर पर अपने चरम पर है। दुनिया में आये दिन बढ़ रहे मामले चिंताजनक हैं। संक्रमण से ग्रसित लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। मौत के मामलों में भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में इजाफ़ा हो रहा है। कुल मिलाकर कहें तो वर्तमान स्तिथि काफ़ी गंभीर है और कोरोना वायरस महामारी होने के साथ एक विकराल रूप लेती जा रही।
बुधवार को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (WHO) ने अपनी प्रेस वार्ता के दौरान लोगों को सचेत करते हुए ये भी कहा कि Coronavirus का असर लंबे समय तक रहने वाला है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इसके संक्रमण से बचने के लिए जो भी उचित उपाय बताए गए हैं उनका अनुपालन स्वयं रूप से करना चाहिए साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। WHO ने यह भी स्पष्ट किया कि देश दुनिया भर के साइंटिस्टों एवं डॉक्टरों की टीम अभी इस संक्रमण से बचाव करने की खोज के शुरुआती दौर में है। इस बीच ये खबर भी आ रही है कि, क्या पैसों ने लेनदेन और नोटों या सिक्कों के एक्सचेंज से भी कोरोना फैलने का खतरा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नागरिकों से अपनी ज़िम्मेदारी समझने की अपील की
WHO का कहना है कि हर एक नागरिक की ज़िम्मेदारी है कि वे ऐसी हर एक चीज़ से बचे जिससे कि संक्रमण के फैलने में वृद्धि आये। आपको बता दें कि दुनिया मे कुल 25,58,951 मामले दर्ज किये जा चुके हैं जिनमें मरने वालों की संख्या 1,77,704 पहुंच चुकी है। वहजन अगर अकेले भारत के आंकड़ों की बात की जाए तो अब कुल 23,239 केस सामने आ चुके हैं जिनमें 17,434 मामले अब भी एक्टिव मामलों की श्रेणी में हैं। आपको बता दें कि संक्रमण से हो रही मौत के मामलों में भारत के अब तक 725 लोग दम तोड़ चुके हैं, मगर साथ ही राहत की खबर ये भी है कि इन सभी मामलों में अब तक 5,080 लोग ठीक हो चुके हैं।
क्या मनी एक्सचेंज से फैलेगा Coronavirus?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन के मुताबिक़ कोरोना वायरस की लाइफ़ साईकल काफ़ी लंबी होती है। यह अलग-अलग वस्तुओं पर अलग-अलग समय अवधि तक बरकरार रह सकता है। यह वायरस प्लाटिक और स्टील पर 72 घंटे, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे, तांबे की वस्तुओं पर 4 घंटे और हवा में लगभग 3 घंटे तक जीवित रह सकता है। मगर साथ ही इसके जीवित रहने की अवधि वायरस के वातावरण पर भी काफ़ी निर्भर करती है
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लॉकडाउन के दौरान लोगों ने इस बात पर भी चिंता जतायी थी कि कोरोना वायरस का संक्रमण रुपये पैसों के लेन देन से भी होना संभव है या नही। इन ही बातों को मद्देनज़र रखते हाल ही में WHO ने इंस्टाग्राम के माध्यम से इस बात की पुष्टि की, की अब तक नोट या सिक्कों के लेन देन से संक्रमण का कोई भी तथ्य सामने नही आया है। लेकिन संक्रमित व्यक्ति के सांस या मुँह से निकले संक्रमित कण संक्रमण का एक कारण बन सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि किसी भी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के उपरांत हाथों को अछि तरह से धोया जाए और संक्रमण से बचने के लिए जरूरी निर्देशों का पालन किया जाए साथ ही डिजिटल पेमेंट को दिनचर्या में लाना एक अच्छा विकल्प माना जा सकता है।