Canada Doctors Salary Strike: इंसान की एक फितरत ऐसी होती है कि उसको जितना मिलता है वो हमेशा उससे ज्यादा की उम्मीद करने लगता है। हर कोई एक बेहतर और लग्जीरियस जीवन जीने के लिए पैसा कमाना चाहता है। बिजनेसमैन आदमी अपने बिजनेस को बढ़ाने में लगा रहता है तो वही नौकरीपेशा आदमी अपने सैलेरी बढ़ाने की होड़ में। बात करें भारत देश की तो यहां पर अक्सर लोग अपने वेतन को बढ़ाने की मांग के चलते धरना प्रदर्शन करते नजर आते हैं और आंदोलन करते हैं।
सरकारी पेशा आदनी वेतन भत्ता बढ़ाने की मांग करते हैं तो नेतागण बिना किसी से पूछे अपने वेतन भत्तों में बढ़ोत्तरी कर लेते हैं। इस तरह के आंदोलन और वेतन बढ़ाने को लेकर किए गए धरने प्रदर्शन की बातें सुनना एक आम बात होती है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां पर लोगों ने वेतन ना बढ़ाया जाए इसके लिए प्रदर्शन किया। सुनकर आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन यह बात बिल्कुल सही है। तो चलिए आपको बताते हैं क्या है पूरा माजरा।
वेतन बढ़ाने पर किया प्रदर्शन
बता दें कि अपने वेतन को ना बढ़ाने के लिए कनाडा के क्यूबेक प्रांत के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया है। उन लोगों का इस विरोध प्रदर्शन के पीछे की वजह जानकर आप भी उनकी तारीफ करते नहीं थकेंगे। दरअसल, क्यूबेक प्रांत के डॉक्टरों का कहना था कि जितनी धनराशि को उनका वेतन बढ़ाने के लिए खर्च किया जा रहा है, उसके बदले में वो उनका वेतन ना बढ़ाकर वहां की चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए। डॉक्टरों ने अपना पत्र फ्रेंच में लिखा जोकि क्यूबेक की पहली भाषा है।
वहां के सैकड़ों डॉक्टरों और चिकित्सा छात्रों ने विरोध कर के अपने वेतन को ना बढ़ाने की मांग की है। वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक वहां के 500 से अधिक डॉक्टरों ने एक ऑनलाइन याचिका दायर कर के ये बात कही है कि उनको जितनी सैलरी मिल रही है वो बहुत है इसलिए उनकी सैलरी को ना बढ़ाया जाए। डॉक्टरों ने अपनी ऑनलाइन याचिका में लिखा है, ‘हम क्यूबिक के डॉक्टर, हमारे मेडिकल फेडरेशन द्वारा बढ़ाई गई हमारी सैलरी का विरोध करते हैं।‘ डॉक्टर्स चाहते हैं कि यह पैसा स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए इस्तेमाल होना चाहिए।
नर्सों की परेशानी भी लाए सामने
डॉक्टरों ने लिखा है कि डॉक्टरों के साथ काम करनेवाले स्टाफ की स्थिति ठीक नहीं है, मरीज भी खुश नहीं हैं, ऐसे में सैलरी बढ़ना उन्हें ठीक नहीं लगता। इसी के साथ वहां के डॉक्टरों ने अस्पतालों में काम कर रही नर्सों की परेशानियों को भी अपनी याचिका में लिखा, दरअसल कनाडा की नर्सें काम के घंटों को लेकर परेशान रहती हैं। इसलिए याचिका में लिखा गया है, ‘ अगर हमारे साथी खुश होंगे, इलाज के लिए आनेवाले मरीज संतुष्ट होंगे तो वह हमें अच्छा लगेगा, यह खुशी पैसे बढ़ने से नहीं मिल सकती।‘
डॉक्टरों की इस तरह की याचिका और मांग के बाद वहां के स्वास्थय मंत्रालय ने एक बयान जारी किया। वहां के स्वास्थ्य मंत्री जिनेट पेतितास टेलर का कहना है कि अगर डॉक्टरों को लगता है कि उन्हें सच में ज्यादा पैसा दिया जा रहा है, तो वे उस पैसे को छोड़ सकते हैं। सुश्री टेलर ने कहा, ‘मैं वादा करती हूं कि उस पैसे का अच्छा इस्तेमाल होगा।‘ मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय के पास जरूरी कामों के लिए पैसा है, लेकिन बेशुमार पैसा भी नहीं है।
बता दें कि पूरी दुनिया में वहां के डॉक्टरों द्वारा उठाए गए इस कदम की काफी सराहना की जा रही है। लोगों को डॉक्टरों की सोच और खुद के बारे में ना सोचकर अपने साथ काम करने वालों और जनता की भलाई के लिए उठाया गया कदम काफी पसंद किया गया है।